पढ़ने के लिए डरावनी कहानियां : काल, Horror story in hindi
पढ़ने के लिए डरावनी कहानियां : काल, एक डरावनी हॉरर स्टोरी है जिसमें आपको, अंधेरे में रहने वाले रहस्यमई शैतानी शक्तियों के बारे पता चलेगा कि किस प्रकार सन्नाटे में वह लोगों का शिकार करती है ।
पढ़ने के लिए डरावनी कहानियां : काल, Horror story in hindi
पढ़ने के लिए डरावनी कहानियां : काल, एक डरावनी हॉरर स्टोरी है आपने अक्सर लोगों से सुना होगा जब लोगों का काल आता है तो, उसे कहीं से भी मौत अपने मुंह में खींच कर ले जाती है इसी पर आधारित यह एक बेहतरीन सन्नाटे से भरपूर, अकेलापन का द्विजक रूप का कहानी है ।
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पढ़ने के लिए डरावनी कहानियां : काल |
रात के सन्नाटे में मोहन को कुछ हलचल सुनाई देता है । वह हलचल मोहन के पास के, कमरे से आ रहा होता है उस हलचल को सुनने के बाद भी, मोहन अपने रूम से नहीं निकलता है क्योंकि हाल फिलहाल में ही शहर में नौकरी के लिए गया था । जिसके वजह से वह काफी कम लोगों को ही वहां पर जानता, पहचानता था । पहले एक-दो दिन वह उस हलचल को इग्नोर करता है । परंतु लगातार रात के सन्नाटे में मोहन को वह हलचल सुनाई देता था जिसकी वजह से, वह तंग आकर फैसला करता है कि वह दिन के उजाले में उस कमरे के अंदर जाकर देखेगा, आखिर उस कमरे के अंदर है क्या । सुबह होते हि मोहन अपना रुख उस कमरे की तरफ करता है जिस तरफ से रात के सन्नाटे में उसे आवाज आ रही होती है । पर जैसे ही मोहन उस कमरे के पास पहुंचता है वह काफी शौक रह जाता है क्योंकि वह देखता है कि उस कमरे के ऊपर ताला लटका होता है । इतना सुबह सुबह आने के बावजूद भी उस रूम में रहने वाले कहां गए होंगे, इस बात को सोचते हुए वह सेक्रेटरी गार्ड के पास पहुंच जाता है । उस रूम का कंप्लेंन करने के लिए । मोहन जैसे ही घाट के पास जाकर उसे रूम का नंबर गार्ड को बताते हुए कहता है, रात के समय में उस रूम से अजीबोगरीब आवाज आते हैं । आप उन लोगों को बोल दीजिए रात में इतना हलचल नहीं करने के लिए । गार्ड जैसे ही उस रूम का नंबर सुनता है उसके चेहरे से अचानक चमक गायब हो जाती है । जिसे देखने के बाद मोहन काफी हैरान हो जाता है । वैसे तो उस रूम को लेकर गार्ड मोहन को उस समय कुछ नहीं कहता है परंतु, इस बात के लिए आगाह करता है कि उस रूम से तुम दूर ही रहो वही तुम्हारे लिए अच्छा होगा । और रात में चुपचाप अपने ही रूम में रहा करो । कुछ भी हो जाए परंतु रात के समय तुम अपने रूम से मत निकलना गार्ड के इस बात को सुनने के बाद मोहन को थोड़ा भय लग जाता है । गार्ड के उस बात को सुनने के बाद मोहन तो समझ चुका था उस रूम में कुछ राज है जो गार्ड उससे छुपा रहा है । परंतु इन सारी बातों को इग्नोर करते हुए फिर से वह एक बार अपने रूम के अंदर चला जाता है । और फ्रेश होकर अपने काम पर आ जाता है । शाम में आने के बाद वह देखता है अभी भी उस घर के ऊपर ताला लगा होता है । मोहन थोड़ी देर में ही खाना खाकर सोने चला जाता है । बिस्तर पर वह लेटा ही होता है, तभी अचानक उसे फिर से वह आहट सुनाई देने लगता है । जिसे सुनने के बाद, वह काफी इरिटेट होने लगता है परंतु फिर भी वह अपने रूम से नहीं निकलता है क्योंकि उसे बाहर निकलने से गार्ड ने मना किया था । परंतु वह आहत धीरे-धीरे मोहन के गेट की तरफ बढ़ने लगता है और अचानक मोहन की गेट पर कोई दस्तक देता है । अब मोहन गुस्से की वजह से लाल हो गया था और बिना कुछ सोचे समझे अपने रूम से बाहर आ जाता है । बाहर आने के बाद वह देखता है वहां पर कोई नहीं होता है परंतु अचानक, उसके बगल वाले रूम का दरवाजा एक जोरदार आवाज के साथ बंद होता है जिससे मोहन सोचता है, हो सकता है ये लोग दारू पीकर पार्टी कर रहे हैं और लोगों को परेशान कर रहे हैं । इतना सब सोचने के बाद वह धीरे-धीरे उस कमरे की तरफ बढ़ने लगता है । |
वह जैसे ही कमरे के पास पहुंचता है अचानक उस घर का दरवाजा अपने आप ही खुल जाता है । परंतु गुस्से में होने के कारण वह कुछ नहीं सोचता है और उस घर के अंदर प्रवेश कर जाता है । काफी देर तक गुस्से में वह उस घर के अंदर किसी को खोजने की कोशिश करता है परंतु, जब वहां पर कोई उसे नहीं दिखाई देता है । तो उसका वह गुस्सा धीरे-धीरे भय में बदलने लगता है क्योंकि अचानक उसे, गार्ड की कही बातें याद आने लगती है । वह कुछ कर पाता इससे पहले ही अचानक एक जोरदार आवाज के साथ दरवाजा अपने आप ही बंद हो जाता है । दरवाजा के बंद होते ही मोहन का होश उड़ जाता है । वह समझ चुका था कि यह सब खेल कोई और नहीं, शैतान कर रहा होता है । जो उसे इस जाल में फंसने के लिए कर रहा होता है । वह यह सब सोच रहा होता है तभी अचानक उस कमरे का लाइट अपने आप ही ब्लिंक करना शुरू कर देता है । जिससे उसे और ज्यादा भय लगने लगता है और एक आहट के साथ उसे एक अजनबी परछाई उस कमरे के अंदर दिखाई देता है । जिसे देखने के बाद मोहन को ऐसा लगता है मानो उसकी मौत आज फिक्स है क्योंकि वह किसी को बिना बताए इस कमरे के अंदर आया था । मोहन उस कमरे के एक कोने की तरफ भागना शुरू कर देता है और जब-जब लाइट ब्लिंक कर रहा होता है तब तब मोहन का भय और ज्यादा बढ़ जाता था । दूसरी तरफ जब गार्ड की नजर उस कमरे के ऊपर पड़ता है तो वह देखता है कि उस घर का लाइट ब्लिंक कर रहा है । जिससे वह समझ जाता है कि, उस कमरे के अंदर फिर से वही शैतानी खेल शुरू हो गया है । गार्ड काफी देर तक इधर-उधर किसी को देख रहा होता है परंतु जब उसे वहां पर कोई नहीं दिखाई देता है तो, धीरे-धीरे डरते डरते वह उस कमरे के तरफ बढ़ने लगता है । परंतु दूसरी तरफ हम देखते हैं कि उस शैतानी परछाई के वजह से मोहन की हालत खराब होने लगती है ऐसा लग रहा था मानो मोहन के शरीर से आत्मा निकल गई हो । परंतु समय रहते ही गार्ड उस घर का दरवाजा खोल देता है । इंसानों की आहट की वजह से वह शैतानी शक्ति उस कमरे के अंधेरे में कहीं लुप्त हो जाता है । गार्ड जब उस कमरे के अंदर देखता है तो वह हक्का-बक्का रह जाता है क्योंकि मोहन उस कमरे में, एक जिंदा लाश की तरह पड़ा होता है । परंतु इस मौका को देखते हुए मोहन भी किसी प्रकार से उस रूम से निकलना शुरू कर देता है परंतु तभी अचानक उस कमरे का लाइट अपने आप ही बंद हो जाता है और अंधेरे में कोई शैतानी शक्ति उसका पैर खींचते हुए दीवार से टकरा देता है । उस टक्कर की वजह से मोहन एक लास की तरह उस कमरे में पड़ा होता है और जैसे ही एक बार फिर से लाइट ब्लिंक करता है मोहन वहां से उठता है और एक जोरदार चलांग के साथ उस कमरे से बाहर आ जाता है । जिसके वजह से मोहन की जान उस शैतानी परछाई से बच जाती है । परंतु मोहन को काफी गंभीर चोटे लगी हुई होती है ।
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शैतानी आत्मा
Note : यह डरावनी हॉरर स्टोरी पूरी तरह से काल्पनिक है । इस डरावनी हॉरर स्टोरी का वास्तविक जीवन से कोई भी लेना-देना नहीं है ।
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