शैतानी आत्मा : Darawani Horror story, Horror story in Hindi
यह “daravani horror story” एक ऐसे लड़के की है । जिसका आकाल मृत्यु हो जात है। जिसके बाद उसकी “शैतानी आत्मा” लौगो का शिकार करना शुरू कर देता है ।
शैतानी आत्मा : Daravani Horror story, Horror story in Hindi
शैतानी आत्मा : Daravani Horror story: बैतालपुर गाव में सब कुछ ठीक चल रहा होता है, परंतु अचानक वहां पर एक नवयुवक लड़के की काला जादू की वजह से, मौत हो जाती है इसके बाद गांव के लोग उस लड़के को जंगल में, एक पेड़ के पास दफना देते हैं परंतु कुछ दिनों के बाद ही उस लड़के की शैतानी आत्मा, उस गांव में अपना कहर बरसाने लगता है ।
जिसके वजह से, गांव के लोगो के मनों में, उस लड़के के शैतानी आत्मा का दहशत बैठ जाता है । परंतु किसी प्रकार से तंत्र-मंत्र की सहायता से उस गांव को उस आत्मा से बचाया जाता है । जिसके बाद सब कुछ वहां पर नॉर्मल हो जाता है । गांव वाले भी अब धीरे-धीरे उस लड़के की आत्मा को भूलने लगते हैं परंतु उस गांव से कोसों दूर रह रहे अभिषेक पर वह कहर टूट पड़ती है । क्योंकि वह शैतानी आत्मा अभिषेक को दिखना शुरू हो जाता है । जिसकी वजह से उसके जिंदगी में पूरी तरह से काले बादल छा जाते हैं । वह शैतानी आत्मा हमेशा अभिषेक का पीछा करता रहता था । अभिषेक जहां भी जाता था, वह शैतानी आत्मा उसके पीछे-पीछे हमेशा जाता था । जिसके वजह से उसके स्कूल के लोग, और घर के लोग अभिषेक का यह व्यवहार देखने के बाद काफी आश्चर्यचकित रह जाते हैं । क्योंकि अभिषेक हवा में वह हमेशा किसी से बातें करते रहता था । वह शैतानी आत्मा कभी उसके दाएं तरफ कंधे पर बैठ जाता था तो कभी बाएं तरफ । ऐसा कई दिनों तक चलता रहता है । जिसके वजह से अभिषेक के परिवार के लोगों को लगता है अभिषेक किसी प्रकार का कोई नशा करने लगा है। परिवार वालों के बार-बार पूछने के बाद भी अभिषेक कोई भी जवाब नहीं देता है और सारी दिन उन लोगों के सामने मौन बैठा रहता था और उन लोगों से दूर जाते ही, वह फिर से हवा में किसी से बरबरा कर बातें करने लगता था । परंतु वह शैतानी आत्मा धीरे-धीरे अभिषेक के शरीर पर अपना कब्जा करना शुरू कर देता है । अब धीरे-धीरे अभिषेक का स्वभाव और भी बदलना शुरू हो जाता है । एक रात अचानक अभिषेक अपने घर से गायब हो जाता है । और बैतालपुर की तरफ जाना शुरू कर देता है क्योंकि वह शैतानी आत्मा उसे, अपने गांव ले जाकर अपने आप को काली शक्तियों से आजाद करवाना चाहता था । 2 दिन के लंबे सफर के बाद अभिषेक उस शैतानी आत्मा के गांव पहुचता है । अभिषेक जैसे ही अपना एक पैर उस गांव में रखता है, अचानक उस गांव पर काले बादल छा जाते हैं और एक जोर का बिजली चमकता शुरू है । ऐसा लग रहा था मानो उस गांव पर फिर से कोई बड़ी संकट आने वाली हो । जिसे देखने के बाद उस गांव के लोगों की फिर से रूह कांपने लगती है क्योंकि इससे पहले इस प्रकार के बादल, उस लड़के के मौत के समय ही छाई हुई थी । गांव वाले फिर से एकदम दहशत में आ जाते हैं, कि वह आत्मा फिर से लौट कर आ चुकी है । अभिषेक धीरे-धीरे गांव के अंदर आना शुरू करता है रास्ते में उसे काफी बड़े-बड़े पीपल के पेड़ दिखाई देता हैं । जिस पर काला जादू के समान रखे होते हैं । वह सब देखने के बाद अभिषेक को भय लगने लगता है । थोड़ी देर में ही वह उस गांव में पहुंच जाता है । उसे देखने के बाद, गांव के लोग पूरी तरह से शोक रह जाते हैं क्योंकि ऐसा पहली बार हुआ होता है कि कोई शहरी आदमी उनके गांव में आया होता हैं । अभिषेक जब वहां पर रेस्टोरेंट के बारे में लोगों से पूछता है तो वे लोग काफी देर तक कुछ नहीं बोलते हैं । जिससे अभिषेक समझ चुका था कि उन लोगों को इस बारे में पता नहीं है । इसके बाद गांव के प्रधान अभिषेक को अपने घर में ठहरने के लिए कहता है । थोड़ी देर में ही अभिषेक प्रधान के घर पर पहुंच जाता है । परंतु अभिषेक उस गांव में एक खास बात को नोटिस करता है कि गांव के किसी भी लोगों के चेहरे पर मुस्कान नहीं होती है । वे लोग काफी चिंतित दिख रहे थे । अभिषेक जैसे ही उस प्रधान के घर के अंदर जाने वाला था तभी वह देखता है कि, वहां पर एक बूढ़ा कपल बैठा होता है जो उसे काफी देर से घुर रहा होता है । ऐसा लग रहा होता है मानो बूढ़े कपल को अभिषेक के बारे में सब कुछ पता हो । परंतु अभिषेक उस बात को इग्नोर करते हुए घर के अंदर चला जाता है । परंतु जैसे ही सूरज डूबने लगता है और अंधेरा होना शुरू हो जाता है । धीरे-धीरे अभिषेक का स्वभाव बदलना शुरू हो जाता है । क्योंकि वह शैतानी आत्मा धीरे-धीरे अभिषेक के शरीर पर अब कब्जा कर रही होती है । इसके बाद अभिषेक एक कमरे में मौन होकर बैठा जाता है और जैसे ही प्रधान का बेटा उसके कमरे में आता है अचानक वह उसके तरफ खून भरी आंखों से देखना शुरू कर देता है, अभिषेक का आंख पूरी तरह से खून की तरह लाल हो गया था । प्रधान का बेटा जैसे ही उसका वह भयावह चेहरा देखा, वह वहां से चिखते चिल्लाते हुए भागना शुरू कर देता है । प्रधान के बेटे का वह चिख पुकार सुनकर उसके घर और, गांव के लोग अभिषेक के रूप में पहुंच जाते हैं परंतु, अभिषेक तब तक पूरी तरह से नॉर्मल हो गया था और वह शैतानी आत्मा वहां से चली गई होती है । जिससे लोगों को लगता है कि प्रधान के बेटे को किसी प्रकार की कोई भ्रम हुआ है ।
परंतु वह बूढ़ा कपल अभी भी अभिषेक को वैसे ही देख रहा था जैसे मानो उन बूढ़े कपल को पूरी सच्चाई पता हो । थोड़ी देर में ही वहां से लोग जाने लगते हैं । परंतु वह बूढ़ा कपल वहीं पर अभी भी रुके होते हैं । जब सभी लोग वहां से चले जाते हैं तब वह बुड्ढा कपल, धीरे-धीरे अभिषेक की तरह बढ़ाना शुरू कर देते है । और अचानक एक भारी आवाज में अभिषेक को कहते हैं, डरो मत बेटा सभी लोग तुम्हारे साथ हैं । ऐसा कहकर वह बूढ़ा कपल भी वहां से चला जाता हैं । थोड़ी देर में गांव में पूरी तरह से सन्नाटा छा जाता है । इसके बाद अभिषेक धीरे-धीरे प्रधान के घर से निकलना शुरू कर देता है, और जंगल की तरफ जाना शुरू कर देता है । अभिषेक अपना पूरा शुद्ध बुद्ध खोकर जंगल की तरफ जा रहा था । जिससे यह तो कंफर्म था कि, उसे वही शैतानी आत्मा वहां पर लेकर जा रही है । काफी देर चलने के बाद वह उस जंगल में पहुंच जाता है और एक बरगद के पेड़ के पास बैठ जाता है । इसके बाद वह शैतानी आत्मा अपनी कहानी उसे सुनने लगता है किस प्रकार मुन्नी से वह प्यार करता था । जो उससे 7 साल बड़ी थी । वह शैतानी आत्मा मुन्नी को पाने की जिद कर रहा होता है । परंतु मुन्नी की शादी किसी और लड़के से हो जाती है, परंतु अभी भी वह उसे पाने का ज़िद पर अरा हुआ होता है । इसके बाद वह काला जादू करके मुन्नी को अपने बस में करना चाहत था । जिसके लिए वह अपने छोटी बहन और खंजर को लेकर जंगल में चला आता है । उसे पता था कि उस जंगल में कोई नहीं आता है । थोड़ी देर में ही वह काला जादू करना शुरू कर देता है । और अचानक वह धारदार चाकू लेकर अपने छोटी बहन की बलि देने के लिए आगे बढ़ता है । उस धारदार चाकू को देखने के बाद उसकी छोटी बहन डर जाती है । जिसके वजह से वह उसे धक्का दे देती है । जिससे उसका सर बरगद के पेड़ टकरा जाता है और उसका वहीं पर अकाल मृत्यु हो जाता है । इस कहानी को सुनने के बाद अभिषेक समझ चुका था कि वह शैतानी आत्मा उसे यहां पर वलि देने के लिए लाया है । परंतु वह चाह कर भी वहां से उठ नहीं पा रहा था । वह शैतानी आत्मा फिर से अभिषेक के शरीर पर कब्जा करना शुरू कर देता है और वहां पर रखे धारधार चाकू से उसकी बलि देने ही वाला होता है तभी वहां पर वह बूढ़ा कपल आ जाता है और अभिषेक को ऐसा करने से रोक लेते हैं । इसके बाद अभिषेक फिर से अपने होशो हवास में आ जाता है । और वह शैतानी आत्मा फिर से बली नहीं देने के कारण वह एक बारै बरगद के पेड़ पर कैद हो जाता है । इसके कुछ क्षणों के बाद ही अभिषेक और वह बूढ़ा कपल फिर से गांव लौट आ जाते हैं ।
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भुतिया महल
Note यह डरावनी हॉरर स्टोरी पूरी तरह से काल्पनिक है । इस डरावनी हॉरर स्टोरी का वास्तविक जीवन से कोई भी लेना-देना नहीं है ।
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