बदला मौत का: एक खौफनाक हॉरर कहानी, horror story in hindi

यह भुतो का, एक खौफनाक हॉरर कहानी है, जो दिल को दहला देने वाली है । क्योंकि आपको इस स्टोरी में, सन्नाटा और भय का विकराल रूप देखने को मिलेगा, जिससे आपकी रूह तक काप जाएगी । 


बदला मौत का : एक खौफनाक हॉरर कहानी



बदला मौत का : एक खौफनाक हॉरर कहानी
बदला मौत का : एक खौफनाक हॉरर कहानी


बदला मौत का : एक खौफनाक हॉरर कहानी : अंधेरी रात में रोहन सो रहा होता है, तभी वह काफी जोरों से चीखते हुए उठ जाता है, क्योंकि अभी उसने एक काफी डरावना सपना देखा था । जिसमें एक औरत उसके सर की आहुति देने जा रही होती है, ऐसा रोहन के साथ पहली बार नहीं हुआ है बल्कि, कई बार इस प्रकार का सपना देख चुका है । जिसके वजह से वह काफी परेशान हो चुका था और साथ ही साथ रोहन को अपने सपने में एक टूटा-फूटा खंडहर दिखाई देता था । रोहन को यह बात भी पता था कि वह खंडहर उसके गांव के पास ही है ।



 काफी दिनों तक रोहन इस बारे में किसी को नहीं बताता है, ना ही अपने दोस्तों और ना ही अपने परिवार वालों को परंतु, उस सपना के वजह से रोहन की शारीरिक और मानसिक स्थिति खराब होने लगती है । जिसकी वजह से फैसला करता है कि वह अपने दोस्त सुबोध को इस बारे में बताएगा । इसके बाद जब रोहन स्कूल जाता है तो सुबोध को इस बारे बताता है । वैसे तो सुबोध रोहन से उसके इस स्थिति के बारे में कई बार पूछा था परंतु, वह कभी भी उसे कुछ नहीं बताता था । जब सुबोध को इस पता चलती है, तो वह इस बारे में रोहन को अपने माता-पिता को बताने के लिए कहता है, परंतु रोहन अपने माता-पिता को बताने से मना कर देता है । इसके बाद वे लोग फैसला करते हैं कि उसके सपने में जो डरावनी टूटी फूटी खंडहर दिखाई देती है, वे लोग उस खंडहर में जाकर देखेंगे आखिरकार वहां पर है क्या । वे लोग उस खंडहर में जाने का फैसला तो कर लेते हैं परंतु सुबोध और रोहन को काफी भय लग रहा होता था, जिसकी वजह से वह अपने एक और दोस्त कार्तिक हो अपने साथ चलने के लिए कहता है । क्योंकि कार्तिक हमेशा ही हॉन्टेड पैलेस पर जाया करता था और उसे भूत प्रेत और काला जादू के बारे में जानने के लिए हमेशा तैयार रहता था । अपने स्कूल में भी वह सभी दोस्तों से काला जादू, भूत प्रेत के बारे में हमेशा बात करता रहता था । जब कार्तिक को इस बारे में पता चलता है तो वह झट से वहां जाने के लिए तैयार हो जाता है । सुबोध और रोहन को कार्तिक कहता है, उसे खंडहर में कोई भी ऐसी चीज नहीं है जिससे तुम्हें डर लग सकती है । मैं खुद दो तीन बार उस खंडहर में जा चुका हूं । सुबोध और रोहन के रिक्वेस्ट करने पर फिर से वह एक बार उस खंडहर में जाने के लिए तैयार हो जाता है । वे लोग अमावस्या के रात वहां पर जाने का फैसला करते हैं, कुछ दिनों में अमावस्या आ जाती है । इसके बाद वे लोग‌‌ रात के अंधेरे में अपने घर से निकल जाते हैं। रात के अंधेरे में गांव के चारों तरफ पूरी तरह से सनाटा पसरा होता है । केवल कुत्ते भौंक रहे होते हैं । थोड़ी देर में ही वे लोग उस खंडहर के तरफ जाना शुरू कर देते हैं । कुछ समय तक तो सब कुछ नॉर्मल चल रहा होता है, परंतु अचानक रोहन को एहसास होता है कि उन तिन के अलावा भी कोई है जो, उन लोगों का पीछा कर रहा है परंतु वह इस बारे में सुबोध और कार्तिक को कुछ नहीं बताता हैं ‌। रौहन को ऐसा लगता है यह उसका भ्रम हो सकता है । परंतु दुसरी तरफ एक औरत उन तिनो पर नजर रख रही होती है । उस औरत का चेहरा, साफ-साफ नहीं दिख रहा होता है ‌।



 क्योंकि उसने अपने बड़े-बड़े बाल से अपने चेहरे को ढक रखी हुई होती है । सुबोध और कार्तिक को भी थोड़ा-थोड़ा अब भय लगना शुरू हो जाता था । क्योंकि उसे भी अपने आसपास किसी का मौजूद होने का आभास हो रहा होता है । फिर भी वे लोग अपने सफ़र को जारी रखते हैं । थोड़ी देर में ही वे लोग उस खंडहर के पास पहुंच जाते हैं । उस खंडहर में जाने से पहले वे लोग काफी बुरी से भयभीत हो चुके थे, उन लोगों के चेहरे पर डर पूरी तरह से झलक रहा होता है । क्योंकि अमावस्या के अंधेरा के वजह से वह खंडहर देखने में और भी ज्यादा डरावना हो गया था । डरते डरते वे लोग उस खंडहर में प्रवेश कर जाते हैं । खंडहर के अंदर जाते हि वे लोग देखते हैं कि वह खंडहर पूरी तरह से सुनसान बड़ी होती है । सारे सामानों पर धूल मिट्टी पड़ें होते हैं । ऐसा लग रहा होता है मानो सालों से उस खंडहर के अंदर कोई न आया हो । तभी अचानक उन लोगों को किसी की आवाज सुनाई देती है जो मंत्रों का उच्चारण कर रही होती है ।‌ जब वे लोग उसे आवाज को सुनते हैं तो काफी घबरा जाते हैं । क्योंकि उस खंडहर में इतनी रात में आखिर, वहां कौन हो सकता है । तभी वे लोग देखते हैं कि एक रूम के अंदर वह औरत अर्धनग्न अवस्था में बैठी होती है । जिसे देखने के बाद वे लोग समझ जाते हैं कि वह औरत यहां पर कोई काला जादू कर रही है । इसके आगे वे लोग कुछ बोल पाते इससे पहले ही, पीछे से किसी की भारी स्वर में एक आवाज सुनाई देता है । जिसे सुनने के बाद तीनों को शरीर वहीं पर जम जाता है क्योंकि वह लोग पहले हि काफी डर चुके थे। जैसे ही वे लोग उस आवाज का पीछा करने के लिए पीछे मुड़ते हैं । तभी, वे लोग देखते हैं वहां पर कोई भी चीज नहीं होती है । इसके बाद में लोग पूरी तरह से घबरा जाते हैं । जिसके बाद में वे लोग उसे औरत को देखने के लिए आगे की तरफ मुड़ते हैं तो फिर से उन लोगों को एक भारी झटका लगता है क्योंकि आगे की तरफ भी कोई नहीं होता है । तभी अचानक उस खंडहर में काफी जोरों की आंधी बनी शुरू हो जाती है । उन लोगो के आंखों के आगे पूरी तरह से अंधेरा छा जाती है, उस आंधी में वे लोग साफ-साफ कुछ देख भी नहीं पा रहे होते हैं ‌। थोड़ी देर के बाद, वहां पर सब कुछ नॉर्मल हो जाता है । परंतु उस आंधी में रोहन कहीं गायब हो जाता है । तभी सुबोध और कार्तिक को रोहन कि चिखे सुनाई देती है जिसकी वजह से सुबोध और कार्तिक हरबराहट में उस तरफ दौड़ परते हैं ।

 वे लोग वहां पर जाने में देरी कर देते क्योंकि रोहन वहां पर जमीन पर लेटा होता है और उसके शरीर पर कई सारे गंभीर चोटे लगे होते हैं । थोड़ी देर के लिए सुबोध और कार्तिक को ऐसा लगता है, मानो रोहन अब इस दुनिया में नहीं रहा परंतु जब बोले उसके पास पहुंचते हैं तो देखते हैं कि रोहन की अभी भी सांसे चल रही होती है । रोहन का मदद करने के लिए जैसे ही वे लोग उसके पास जाते हैं तभी,अचानक रोहन अपना खोलता है, परंतु उसकी आंख पूरी तरह से बदल चुका था । रोहन कि आंख पुरी तरह से लाल हो गया था ऐसा लग रहा होता है मानो कोई बुरी आत्मा ने उसके शरीर पर कब्जा कर लिया हो ।‌ ‌जिसके बाद रोहन, सुबोध और कार्तिक पर जान लेवा हमला करने लगता है । ऐसा लग रहा था मानो वह उन दोनों के खून का प्यास बन चुका हो । रोहन का वह रूप देखने के बाद वे लोग बुरी तरह से घबरा जाते हैं । और वहां से भागना शुरू कर देते हैं, भागते-भागते वे लोग फिर से एक ऐसा कमरा पहुंच जाते हैं जहां वही औरत बैठकर काला जादू कर रही होती हैं । वे लोग देखते हैं कि वहां पर एक कठपुतली बड़ी होती है और वहां पर रोहन की एक तस्वीर बड़ी होती है । जिससे वे लोग समझ जाते हैं कि वह रोहन को अपने कठपुतली के माध्यम से कंट्रोल कर रही हैं । जिसकी वजह से ही रोहन उन लोगों के खुनी के प्यासा हो गया था । जिसके बाद सुबोध और कार्तिक उस कठपुतली को तोड़ देते हैं । जिससे कुछ होने के बाद ही रोहन पूरी तरह से ठीक हो जाता है । थोड़ी देर में अब सूर्य भी निकलना शुरू हो गया था । जिसकी वजह से वहां पर सब कुछ नॉर्मल हो जाता है और वह औरत भी इस बीच कहीं गायब हो जाती है । सुबोध और कार्तिक किसी प्रकार से अपने दोस्त रोहन को लेकर, उस खंडहर से निकल जाता हैं ।



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यह हांटेड हॉरर स्टोरी पूरी तरह से काल्पनिक है, इस हांटेड हॉरर स्टोरी का वास्तविक जीवन से कोई भी लेना देना नहीं है ।

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