best horror story in hondi : बदला - horror story
एक खौफनाक आत्मा, जो अपने कातिलों की तलाश में भटकती है, उन्हें मौत के घाट उतारती है। उसका बदला कभी खत्म नहीं होता। यह best Horror story in hindi 2024,,
best horror story in hondi : बदला - horror story
बदला, एक डरावनी हॉरर स्टोरी, जिसमें आपको एक ऐसी आत्मा कि स्टोरी पता चलेगी जो मरकर भी अपने कातिलों को ढूंढ ढूंढ कर मौत के घाट उतारती थी । हिंदी के पाठकों के लिए यह best Horror story है।
अंकित के सारे परिवार के लोग, एक शादी को अटेंड करने के लिए गए होते हैं । अंकित अकेले ही घर पर होता है क्योंकि वह दो दिनों से बीमार था । इसके बाद अंकित डरते-डरते जब अपने छत पर सीडीओ के माध्यम से जाता है । तब वह छत पर देखता है तो वहां पर कुछ भी नहीं होता है । परंतु वह फिर सोचता है, वह आवाज कैसी थी । अंकित को लगता है उसे कोई भ्रम हुआ होगा जिसकी वजह से वह नीचे जाने के लिए मुरता है । तभी, अचानक उसे किसी के गुस्से से गुराने की आवाज आने लगती है । इसके बाद जब वह गौर से देखता है तो छत के एक कोने में, अंधेरे में एक लड़का बैठकर उसे देखकर गुरा रहा होता है । जब अंकित उसे कहता है कौन हो, अंकित का इतना बात सुनने के बाद ही वह उस पर अटैक करने के लिए आगे बढ़ता है । जब बल्ब के उजाला में उसका चेहरा साफ-साफ दिखाई देता है, तो उसे देखने के बाद अंकित के चेहरे का रंग पुरी तरह से उड़ जाता है । क्योंकि 2 दिन पहले ही वह उसे बच्चों से समुद्र के किनारे मिला हुआ था । उस समय वह पूरी तरह से ठीक था । परंतु इस समय उसके चेहरे पर कई सारे कट के लिए निशान लगे होते हैं और उसका चेहरा भी देखने में काफी डरावना लग रहा था । यह सब देखने के बाद अंकित घर की तरफ भागना शुरू कर देता है, परंतु हरबराहट की वजह से उसका पैर, सीढ़ी पर फिसल जाता है । और वह वहीं पर गिर कर बेहोश जाता है । तभी हम फ्लेक्स बैक स्टोरी में देखते हैं कि 2 दिन पहले हि अंकित अपने दोस्त के जन्मदिन के पार्टी के लिए समुद्र के किनारे गया था । अंकित, कार्तिक और अभिषेक सभी लोग जमकर मस्ती करते हैं । जन्मदिन की पार्टी पूरी तरह से खत्म हो जाती है । जब वे लोग अपने घर की तरफ आ रहे थे तभी, उसे रास्ते में अपने क्लास का वही बच्चा मिलता है। जो इन लोग को हमेशा स्कूल में तंग किया करता था । वैसे तो उसे बच्चों से इन लोगों का मेल नहीं रहता था । जिसके वजह से जब वे लोग समुद्र के किनारे मिलते हैं तो उन लोगों में, किसी बात को लेकर बहस हो जाती है । जिससे गुस्सा में आकर, ये लोग उसे समुद्र के लहरों में धकेल देते हैं । अंकित और उसके दोस्त सोचते हैं केवल एक सबक सिखा करके, उसे समुद्र के अंदर से निकाल लेंगे । परंतु काफी देर हो जाती है । फिर भी उस लड़के का कुछ आता पता नहीं चलता है । इसके बाद ये लोग समझ जाते हैं कि वह लड़का अब समुद्र में डूब चुका है इसके बाद ये लोग काफी डर जाते हैं ।
ये लोग एक दूसरे से वादा करते हैं कि अपने घर वाले को इस बारे में वह कुछ नहीं बताएंगे । जिसके बाद समुद्र के किनारे से यह लोग लौट आते हैं । उसके अगले दिन ये लोग पूरी तरह से मायूस होकर अपने-अपने घर पर बैठे होते हैं । जिससे उनके माता-पिता समझते हैं, समुद्र में मस्ती करने के कारण, हो सकता है इन लोगों को फीवर हो गया हो । जिसके वजह से एक-दो दिन आराम करने के लिए इन लोगों दि जाति है । एक दिन तो किसी प्रकार से ये लोग गुजार लेते है परंतु अगले दिन से ही, इन तीनों को उस लड़के की आवाज सुनाई देने लगती है । जिसे सुनने के बाद इन लोगों को एहसास होने लगती है, मानो वह लड़का इन लोगों के जान के पीछे पर चुका हो । पहली बार कार्तिक को उसके घर के किचन से किसी की रोने की आवाज आने लगती है । कार्तिक को यह बात समझ आ चुकी थी कि, उस लड़के की आत्मा इन लोगों की खून का प्यास हो चुका है । कार्तिक के परिवार के सभी लोग वहीं पर बैठे होते परंतु किसी को भी किसी प्रकार की आवाज नहीं आ रही होती परंतु बार-बार कार्तिक को वह आवाज सुनाई देती है । जिसमें वह कभी रोते तो, कभी उसे वह अपनी तरफ पुकारते और कभी-कभी तो वह इसे देखकर गुराने का आवाज निकालता था । जब कार्तिक के परिवार के सभी लोग सो जाते हैं तभी कार्तिक को फिर से आभास होने लगता है मानों वह उसे पुकार रहा हो, जिसके बाद न चाहते हुए भी वह किचन की तरफ जाने लगता है ऐसा लगता है मानो उसके शरीर पर उसका कंट्रोल ना हो । उसका शरीर पूरी तरह से किसी दूसरे के कंट्रोल में हो । जब वह उस किचन के पास जैसे ही पहुंचता है तो वह आवाज आना बंद हो जाती है परंतु जब वह किचन का दरवाजा खोलना है । तो अचानक, वह सफेद कपड़ा पहने लड़का उस पर अटैक करके उसके गर्दन को बुरी तरह से जक्कर लेता है । कार्तिक काफी देर तक छुराने की कोशिश करता है परंतु , अचानक सांस के रुकने के कारण उसकी मृत्यु हो जाती है । अगले दिन जब अंकित और अभिषेक को कार्तिक के बारे में, पता चलता है । तो उन लोगों के पैर तले जमीन खिसक जाती है। वे लोग फैसला करते हैं इस बारे में वे लोग सभी को बता देंगे । परंतु अधिक घबराहट में होने के कारण वे लोग किसी को कुछ नहीं बता पाते हैं । इसके बाद अगले हि दिन वह सारी घटनाएं अभिषेक के साथ होनी शुरू हो जाती है । अभिषेक को अपने छत से किसी की रोने की आवाज आने लगती है पहले तो वह कुछ समय के लिए उस आवाज को इग्नोर करता है । परंतु,जैसे ही घड़ी का कटा 12 पर पहुंचता है वह अपने घर में नहीं रह पाता है । अभिषेक को भी ऐसा लगता है, मानो उसका शरीर उसके कंट्रोल में ना हो, उसके गर्दन पर कोई बैठा हो और उसे छत पर जाने के लिए इशारा कर रहा हो । इसके बाद वह धीरे-धीरे अपने छत की तरफ बढ़ने लगता है । पहले तो वह चुप चाप अपने छत का मुआयना करता है परंतु जब उसे वहां पर कोई नहीं दिखाई देता है, तो वह धीरे-धीरे अपने छत के चारों तरफ घूमने लगता है । काफी देर तक खोजने के बाद जब उसे वहां पर कोई नहीं मिलता है, तो वह छत के किनारे पर जाकर खड़ा हो जाता है नीचे देखने के लिए तभी पीछे से अचानक उसे अजीबोगरीब आवाज आने लगती है जिसकी वजह से जब वह अचानक, पीछे की तरफ मुड़ता है तो, उस लड़का का चेहरा देखने के बाद घबराहट में वह पीछे की तरफ गिर जाता है । जिसके वजह से अभिषेक के शरीर की कई सारी हड्डी टूट जाती है और पूरा बॉडी पैरालाइज हो जाता है ना तो वह कुछ बोल पाता है और ना ही चल पाता है ।
ठीक उसके एक दिन बाद ही अंकित ही को भी ऐसा एहसास होने लगता मानो उसके शरीर पर किसी और का कंट्रोल आ गया हो, और वह उसे पास ही के खंडहर में जाने के लिए कह रहा हो । न चाहते हुए भी उस अपने घर से निकलकर खंडहर की तरफ जाना पड़ता है । जब वह उस भूतिया खंडहर की तरफ जा रहा होता है तभी, अचानक उसके कंधे पर कोई हाथ रखता है जिससे वह अपने होश में आ जाता है वह देखता है की खंडहर वाले रास्ते पर वह जा रहा था । जब वह पीछे मुड़ता है तो देखता है कि उसका बड़ा भाई राहुल उसके पीछे खड़ा होता है । जब राहुल उससे पूछता है, इस समय तुम कहां जा रहे हो तब वह कोई जवाब नहीं देता है और साथ ही इस बारे में वह किसी को नहीं कहता है । किसी प्रकार से वह रात गुजर जाती है ।
,,, (प्रेजेंट स्टोरी) इसके बाद जब अंकित पूरी तरह से मूर्छित वहां पर पड़ा होता है तभी अचानक उनके परिवार के लोग उसे शादी से लौट आते हैं । जब वे लोग आते हैं तो देखते हैं कि अंकित अर्द्ध मरे अवस्था में जमीन पर पड़ा होता है और साथ ही उसके चेहरे से ब्लड भी बह रहा होता है। क्योंकि उसके चेहरे पर किसी ने नाखून से कई बार वार किया होता है । जिसके बाद परिवार के लोग जब अंकित को होश मे लाते हैं तो वह घबराहट के कारण काफी देर तक तो कुछ नहीं बोल पाता है परंतु जैसे ही वह थोड़ा शांत होता है वह पूरी स्टोरी अपने परिवार वालों को बताता हैं कैसे वे लोग मजाक मजाक में ही अपने स्कूल के दोस्त का जान ले लेते हैं । इसके बाद से उसे बच्चों की आत्मा उन लोगों को कम परेशान करने लगती है । ऐसा लगता है उसे बच्चों की आत्मा ने उन लोगों को माफ कर दिया हो ।
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