अंधेरी रात : bhoot Pret ki sacchi kahani
अंधेरी रात : bhoot Pret ki ek sacchi kahani है, अगर आप भुतिया स्टोरी में दिलचस्पी रखते हैं । तो इस बेस्ट हॉरर स्टोरी पढना ना भूले ।
अंधेरी रात, bhoot Pret ki sacchi kahani
अंधेरी रात, bhoot Pret ki sacchi kahani : यह कहानी रिया नाम की एक लड़की है । जो भूत प्रेत जैसी चीजों पर कभी भरोसा नहीं करती थी और वह अपने चाचा के बेटी की शादी में शहर से गांव आई थी परंतु गांव में उसके साथ कुछ ऐसा हुआ जो उसका पूरा हंसता खेलता जीवन नरक बन गया ।
रिया का थकान से भरा चेहरा खिल उठा गले में सोने की चैन और हाथों में खूबसूरत साड़ी देख के रिया बहुत खुश हो गई थी । मनोहर चाचा उन्हें उनके कमरे ले गए । रोहित और अमृता अपने कमरे में फ्रेश होने के बाद आराम से बैठ, के बातें कर ही रहे होते हैं, कि तभी रिया को याद आता है कि कैसे एक आदमी बिजली की गति से उनकी गाड़ी से आगे निकल गया होता है । जैसे उसे यह बात याद आती है । वह तुरंत रोहित को बताती है इससे पहले रोहित रिया की पूरी बात समझ पाता, उन्हें कोई आवाजें उठने का शोर सुनाई देने लगा । मनोहर चाचा और उनकी पत्नी समेत उसके चचेरे भाइयों की आवाज एक साथ उठ रही थी । वह दोनों तुरंत अपना कमरा छोड़कर बाहर की ओर भागे, मनोहर चाचा का घर एक बड़ी जमीन पर था । सामने एक घना वृक्ष था उसी वृक्ष की एक घनी डाली से एक बछड़ा कसा हुआ था । जैसे उसे किसी ने कसकर जकड़ रखा हो वृक्ष के आसपास से अजीब सी चीख उठ रही थी, जो आसपास खड़े लोगों के कानों को चीर रही थी । लोग डंडे से उस डाल पर वार करके चिल्लाते हुए किसी को भाग जाने को कह रहे थ । बड़ी मुश्किल से बछड़े को छुड़ाकर जमीन पर रखा गया अगली सुबह रिया मनोहर चाचा की पत्नी के साथ चौके में खाना बनाने में उनका हाथ बटा रही थी,कि तभी रिया उनसे पूछ बैठी चाची जी व जो कल रात हुआ वह वो क्या था । चाची आटा मारते हुए बोली बड़ी पुरानी बात है, बेटी पर किसी को बताना मत कि हमने तुमको यह बात बताई है चाची ने रिया को बताया कि आज से कई साल पहले इस गली छोड़ के एक घर में एक पति-पत्नी रहा करते थे पर वो लोग सात्विक नहीं थे । उनके घर से आए दिन मांस के पकने की बदबू आती रहती थी । एक दिन पड़ोस से कोई उनके घर के पास से निकला तो उसे बड़ी ही गंदी बदबू आई और धीरे-धीरे यह बात सबको पता लग गई । जब लोग अंदर पहुंचे तो उन्हें एक कुएं में गाय बछड़ा बकरा खरगोश और छोटे-छोटे जनावर मिले उसके बाद लोग जानवर हत्या बर्दाश्त ना कर सके और गुस्से में आकर लोगों ने उन्हें मार डाला । उसके बाद से वह घर अंधेरे और सन्नाटे में डूब गया कहते हैं कि आज भी उनकी आत्मा ऐसा करती है कोई वहां से गुजरता भी नहीं अरे राम राम राम ऐसी असुरी प्रवृत्ति के थे वो लोग कहानी सुनकर रिया का सर नाचने लगा और वो चौका छोड़कर अंदर कमरे में चली गई , रिया दिन भर चाची की सुनाई कहानी के बारे में सोचती रही ।सूरज बादलों के पीछे छुप गया और रात का पहर आ गया रिया ने देखा कि रोहित गहरी नींद में सोया हुआ है उसकी सोच उसका दिमाग अभी भी उस कहानी में अटका था उसने धीरे से रोहित का हाथ अपने ऊपर से हटाया और रात के घने अंधेरे में वह दबे पांव घर से निकल गई । कड़क सर्दी और कोहरा इतना था कि थोड़ा आगे का कुछ भी दिखाई नहीं दे रहा था ।
उसने मोबाइल की फ्लैशलाइट ऑन की, किसी तरह रिया दूसरी गली तक उस घर के पास पहुंची, घर पूरी तरह से उजड़ा हुआ था । घर के ऊपर बना हुआ छप्पर लगभग दो टुकड़ों में था कुछ कौए ऊपर टिटहरी पर शोर कर रहे थे । रिया की नजर पूरे घर पर गई घर की बाउंड्री वाली जो दीवार थी वह दो हिस्सों में थी जिसके बीच में एक छोटा सा लकड़ी का गेट था वह गेट खोलकर घर के अंदर आ गई । पूरा घर कोहरे की चादर से ढका हुआ था अंदर आते ही सबसे पहले अमृता की नजर चौखट के अंत में बने कुएं की तरफ गई, उसने दूसरी तरफ देखा तो सामने एक खंबा था जहां से घर दो हिस्सों में दिखाई पड़ रहा था एक दरवाजे से घर का अंदरूनी हिस्सा पूरा दिखाई पड़ रहा था तो दूसरे दरवाजे से खाली बाहर का एक छोटा सा हिस्सा, रिया पहले हिस्से से घर के अंदर का हिस्सा कबाड़ खाने से कम नहीं लग रहा था अंदर आते ही उसकी नजर दो फोटो फ्रेम पर पड़ी एक में एक आदमी था जिसके सर पर सफेद पगड़ी थी, चेहरा चकोर था और दूसरे में एक औरत की तस्वीर थी (horror story in Hindi) रंग सावला था और काली गहरी आंखें थी तस्वीरों से नजर हटाती ही वह आगे बढ़ी ही थी कि तभी फ्रेम में लगे दोनों चेहरों की आंखें रीया की तरह घूम गई और उसे आगे जाता हुआ देखने लगी, रिया को इसकी भनक नहीं थी वह पूरा घर टटोलने लगी पास में रखी एक टेबल पर उसे एक पुरानी सी बिछिया दिखाई दी न जाने क्यों पर रिया का दिल उस बिछिया पर आ गया और उसने उसे तुरंत अपने दाएं पैर की छोटी उंगली में पहन लिया घूमते घूमते वो घर के दूसरे हिस्से से बाहर आ गई कुए को पास की तभी उसे ऐसा लगा जैसे कोई चप्पल पटक कर आगे बढ़ रहा हो व ठक ठक की आवाज धीरे-धीरे तेज होती चली जा रही थी कभी एक पैर तो कभी दोनों पैर की एक साथ आवाज आती उसने पीछे पलट कर देखा तो कोई नहीं था और फिर जैसे ही वो आगे पलटी और कुएं में थोड़ा अंदर तक झांकने लगी तो एक धक्के से वो कुएं के अंदर गिर गई । उसकी चीख कुएं के अंधेरे कोने में डूब गई पंखों के फड़फड़ाने की आवाज रिया के हाथ में एक बड़ा चाकू है ।
ये हांटेड हॉरर स्टोरी भी जरूरत पढे --
नोट : यह डरावनी हॉरर स्टोरी पूरी तरह से काल्पनिक है इस डरावनी हॉरर स्टोरी का वास्तविक जीवन से कोई भी लेना-देना नहीं है इस डरावनी हॉरर स्टोरी को केवल और केवल मनोरंजन के दृष्टिकोण से बनाया गया है ।
Post a Comment