भुतिया स्कूल ट्रिप: एक डरावनी हॉरर स्टोरी

भूतिया स्कूल ट्रिप, "एक रहस्यमई भूतिया" स्टोरी है, जिसमें आपको भय, अकेलापन जैसे चीजों का अनुभव होगा यह पढ़ने के लिए एक बेस्ट हॉरर स्टोरी है ।

भुतिया स्कूल ट्रिप, एक रहस्यमई भूतिया स्टोरी


भुतिया स्कूल ट्रिप, एक रहस्यमई भूतिया स्टोरी : जहां सभी बच्चे हंसी खुशी मौज मस्ती करते हुए जा रहे थे लेकिन आगे उनके साथ कुछ ऐसा हुआ कि वह स्कूल ट्रिप मौत की ट्रिप में बदल गई आइए जानते हैं कि आखिर ऐसा क्या हुआ उन बच्चों के साथ स्कूल के बच्चे ट्रिप के लिए जा रहे होते हैं रात के समय रास्ते में बस को एक झटका लगता है जिससे नेहा सामने बैठी एक औरत के पास आ जाती है और उसके गोद में सोए उसके बेटे का चेहरा देख लेती है l जो कि एक कंकाल था और उसके चेहरे पर कीड़े रेंग रहे थे l


भुतिया स्कूल ट्रिप, एक रहस्यमई भूतिया स्टोरी
भुतिया स्कूल ट्रिप, एक रहस्यमई भूतिया स्टोरी


दिल्ली के स्कूल से नैनीताल के लिए बच्चे एक स्कूल ट्रिप पर जा रहा होते है । जिसमें सभी बच्चे हंसते नाचते जा रहे थे । धीरे-धीरे रात बढ़ने लगती है और बस अब नैनीताल के पहाड़ों पर चलने लगती है और बच्चे नाच रहे थे कि तभी अचानक ड्राइवर ब्रेक लगा देता है‌ । तभी स्कुल टिचर पुछती है क्या हुआ ड्राइवर ऐसे बीच रास्ते में बस क्यों रोक दी, जिस पर ड्राइवर जबाब देता है मैडम जी वो देखो एक औरत जो बस के सामने आ गई है और बोल रही है मदद करो मेरा घर ऊपर पहाड़ी की तरफ है और रात काफी हो गई है मुझे भी बस में बिठा लो मेरा बच्चा काफी छोटा है, मदद करो जिसके बाद टीचर बाकी सभी टीचर से बात करके उस औरत को बस में बिठा लेती है, उसी बस में नेहा अपनी दोस्त पूजा और उसके भाई रोहन के साथ साथ इस ट्रिप पर आई थी नेहा थोड़ी देर पहले तक नाच और खेल रही थी लेकिन उस औरत के आते ही उसको कुछ अजीब सा लगने लगता है लेकिन उस पर ध्यान ना देकर नेहा वापस से खेलने कूदने लगती है । तभी बस को एक झटका लगता है जिससे औरत ने अपने बच्चे को जिस कपड़े से ढका हुआ होता है ।


 वह खुल जाता है और नेहा वहीं पास में खड़ी थी तो वो बच्चे को देखने की इच्छा से औरत के पास जाती है और बच्चे के चेहरे को देखते ही जोरों से चीखने लगती है जिस पर टिंचर बोलती है क्या हुआ नेहा, मैम वो बच्चा कंकाल है जिस पर टिंचर बोलती है क्या कहना चाहती हो क्या हुआ है नेहा डरते डरते कहती है मैम वो बच्चा नहीं है वो कंगाल है । नेहा की बात सुन सभी हैरान हो जाते हैं और उस औरत को देखने लगते हैं, तभी वो औरत हंसते हुए अपने बच्चे का चेहरा खोलकर सभी को दिखा देती है और वो एक नॉर्मल सा बच्चा ही था, नेहा वो देखो बच्चा ही तो है देखो तुम्हें ही देख रहा है सभी लोग अपनी अपनी जगह पर बैठ जाते हैं और नेहा भी अपनी सीट की तरफ जाने लगती है और जाते जाते वह बच्चे को दोबारा देखती है इस बार बच्चा बिल्कुल नॉर्मल दिख रहा था, नेहा भी शांत हो जाती है और सभी फिर से मौज मस्ती करने लगते हैं तभी औरत कहती है ।


बस मैडम जी यहां ही रोक दीजिए बस और वो औरत बस से उतर जाती है और जाते वक्त उसके बच्चे का खिलौना बस में ही गिर जाता है । जो रोहन उठाकर अपने पास रख लेता है उसके जाने के बाद नेहा जब खिड़की से उस औरत को देखती है तो वह बस के पीछे की तरफ जा रही होती है और तभी अचानक ही औरत अपना सर घुमाकर नेहा को देखने लगती है और एक शैतानी हंसी हंसती है तभी नेहा अपनी टीचर को देखने को कहती है, तभी वह औरत अपना सिर वापस से घुमाकर नीचे की तरफ को ही जाने लगती । इसके बाद नेहा कहती हैं मैम मैं सच कह रही हूं । वो बिना घुमे ही पूरा सर घुमाकर मुझे देख रही थी जिसपर टिंचर कहती हैं नेहा मुझे लगता है तुम कुछ ज्यादा ही थक गई हो और इतनी ही देर में बहुत तेज आवाज होती है और बस एक बार फिर रुक जाती है क्या हुआ यह कैसी आवाज थी । जिस पर ड्राइवर कहता है मैम वो बस का एक टायर पंचर हो गया है । अब तो यह कल ही ठीक होगा सभी टीचर्स आपस में बात करते हैं और पास के एक होटल में रुकने को कहते हैं । सभी बच्चे डिनर करके सोने के लिए अपने अपने कमरे में जाने लगते हैं नेहा पूजा और पूजा का भाई एक ही रूम में रहने वाले थे, क्योंकि पूजा का भाई काफी छोटा था इसलिए पूजा उसको अपने साथ ही रखती है और इस वक्त रोहन के पास वही खिलौना है जो उस औरत के बच्चे का था, रोहन उस खिलौना के साथ तब से खेल रहा था और तीनों अपने कमरे में आ जाते हैं कमरा बहुत सुंदर था और उनके कमरे की खिड़कियों से हल्की हल्की ठंडी हवा आ रही थी नेहा खिड़की से बाहर देखने लगती है। पुजा कहती हैं चल नेहा सोते हैं मुझे बहुत जोरों की नींद आ रही है । ऐसा कहकर दोनों सोने के लिए लेट जाती हैं लेकिन रोहन अभी भी उसी खिलौने से खेल रहा होता है और अकेले ही उस खिलौने से बात कर रहा होता है । रोहन चल सो जा इस खिलौने को रख दे कल खेल लेना रोहन ने जैसे कुछ सुना ही ना हो इस बात से पूजा चिर जाती है और रोहन के पास जाकर उसका खिलौना उसी खिड़की के बाहर फेंक देती है रोहन गुस्से से पूजा को देखने लगता है और एकदम से चीखने लग जाता है, मेरा खिलौना दो मेरा खिलौना दो मेरा खिलौना दो, इसके बाद सभी टिंचर उसके रूम में आ जाते हैं और कहते हैं क्या हुआ इसको ऐसे क्यों बोल रहा है । जिस पर पुजा कहती हैं यह तो मुझे भी नहीं मालूम जब से यहां आया है तब से उसी खिलौने के पीछे पड़ा हुआ है रोहन चुपचाप एक कोने में बैठा बैठा रोने लगता है ।

 रोहन कहता है वो मेरा खिलौना था वो मेरा वापस दो मुझे अब रोहन चुपचाप आकर सो जा बहुत हो गया तेरा ड्रामा इतने में ही उनके रूम की लाइट बंद हो जाती है चारों तरफ एकदम अंधेरा हो जाता है । और तभी नेहा कहती है पूजा लगता है लाइट चली गई है । हां रुक मैं टॉर्च ऑन करती हूं जैसे ही पूजा टॉर्च ऑन करके नेहा को देखती है तो वह बेड पर लेटी हुई थी तभी व रोहन को देखने जाती है लेकिन रोहन वहां नहीं था नेहा रोहन यहां नहीं है तो वो कहां गया अभी तो यहीं था तभी दोनों भागते हुए खिड़की के पास जाते हैं और उन्हें रोहन खिड़की से कूद कर जाते हुए दिखाई देता है दोनों बिना कुछ सोचे रोहन के पीछे चल देती हैं । रोहन कहां हो तुम इधर आओ वरना टीचर से बहुत डाट पड़ेगी कमरे में वापस चलो अब मैं तुम्हें नहीं डांटूगा । परंतु नेहा और पूजा जब तक उसे मिल पाए कोई उसे खींचता हुआ अंधेरी गुफा में लेकर चला जाता है जिसे देखकर नेहा और पूजा डर के मारे चिल्लाते हुए टीचर की ओर दौड़ते हैं। परंतु वह काली शक्ति उन्हें भी अपने बस में करके गुफा के अंदर ले जाता हैं ।


आखिर में बच्चों के साथ हुआ क्या और कौन थी वह लेडिस बीच जंगल में उन्हें मिला था। और क्यों नेहा को हि उसका असली चेहरा दिखाई दिया । आगे की कहानी जानने के लिए कमेंट करें ।।







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