Daravani horror story 2024 : डरावने सपने का रहस्य
डरावने सपने का रहस्य, एक Daravani horror story है । अभय को उस रात, एक रहस्यमय परछाई का सामना करना पड़ता है ।
Daravani horror story 2024 : डरावने सपने का रहस्य
Daravani horror story 2024 : डरावने सपने का रहस्य : रात के सन्नाटे में, अभय का सामना एक डरावनी परछाई से होता है । अभय जैसे ही उस आत्मा को देखता है, वह भयभीत होकर दरवाजे की तरफ बढ़ता है । रहस्यमई दस्तक और अदृश्य औरत उसे जंगल में खींच ले जाती है। अंधेरे में छिपे खतरों से वह पूरी तरह से अनजान होता है । क्या वह अपने बुरे सपने से बच पाएगा या हमेशा के लिए उस भयावह साये के शिकंजे में फंस जाएगा। चलिए जानते हैं इस कहानी में —--
![]() |
Daravani horror story 2024 : डरावने सपने का रहस्य |
रात के सन्नाटे में, अभय गहरी नींद में सो रहा होता है । तभी, अचानक एक आहट की वजह से अभय का नींद खुल जाता है । अभय की नजर जब घड़ी की तरफ जाता है तो वह देखता है अभी रात के 12:36 हो रहे होते हैं । अभय सोचता है आखिर, इस समय कौन हो सकती है ? जो इस प्रकार की आवाज निकाल रही है । काफी देर सोचने के बाद, अभय धीरे-धीरे अपने खिड़की की तरफ बढ़ने लगता है । क्योंकि, वह आहट घर के पिछे से आ रही थी । अभय जैसे ही अपना खिड़की खोलते हैं। उसके पैरों तले जमीन खिसक जाता है । वह थोड़ी देर के लिए खिड़की के पास ही डर के मारे जम जाता है । क्योंकि अभय ने अपने खिड़की से एक काली परछाई को देखा होता है । जो बाउंड्री के दीवाल के ऊपर बैठी हुई होती है । अभय यह यह सब देखने के बाद धीरे-धीरे, पीछे की तरफ हटने लगता है । डर की वजह से उसका पैर कांप रहा होता है । पीछे की तरफ अभय हट ही रहा होता । तभी, अचानक उसका पर एक बर्तन से टकरा जाता है । उस टक्कर की वजह से, वह बर्तन एक भारी आवाज के साथ नीचे गिरती है । उस आवाज के कारण, काली परछाई का ध्यान भी अभय की तरफ आ जाती है । वह काली परछाई अपनी खून से भरी आंखों से, अभय की तरह देखते लगती है । इन सारी चीजों को देखने के बाद, अभय के रोंगटे खड़े हो जाते हैं । अभय काफी झटपट में, अपनी खिड़की को बंद करता है । परंतु तब तक काफी देर हो गई होती है । क्योंकि, वह काली परछाई धीरे-धीरे अभय की तरफ आने लगती है । अभय उस घर में बिल्कुल अकेला होता है । अभय खिड़की को बंद करने के बाद, अपने घर के दरवाजे की तरफ भगत है और दरवाजे को लॉक कर देता है । दरवाजे को लॉक करने के बाद, अभय वहीं पर खड़ा हो जाता है । अभय को अब कोई आहट नहीं आ रहा था । जिसके वजह से, अभय के जान में एक बार फिर से जान आती है । वह शांति से दो सांस ले पता है । परंतु उसका यह शांति थोड़ी देर में ही भंग हो जाती हैं । क्योंकि, अचानक घर के दरवाजा पर कोई दस्तक देता है । अभय अपने रूम के अंदर खड़ा होकर यह सारी चिजे देख रहा होता है । अभय के सर से पसीने टपक रहा होता हैं और साथ ही उसकी सांसे भी काफी तेज हो गई होती है । वह उस चीज से इतना ज्यादा डरा होता है कि, एक जगह से वह हील भी नहीं पा रहा होता है । घर के बाहर से आ रही दस्तक धीरे-धीरे तेज हो जाती है । अभय कुछ कर पाता इससे पहले ही रहस्यमय तरीके से धीरे-धीरे दरवाजा का कुंडी खुलने लगता है । जिसके बाद एक जोरदार झटके से, अभय का दरवाजा अपने आप खुल जाता है । अभय जब अपने दरवाजे के बाहर देखता है तो वह पूरी तरह से चौंक जाता है । क्योंकि वहां पर कोई भी नहीं होता है । अभय अपने कापते हुए कदमो से धीरे-धीरे, दरवाजे की तरफ बढ़ने लगता है । दरवाजे पर जाने के बाद अभय काफी देर तक चारों तरफ देखने की कोशिश करता है, आखिर वहां पर था कौन ? काफी देर तक इधर-उधर देखने के बाद भी, अभय को वहां पर कोई नहीं दिखाई देता है ।
read more horror stories -----
जिसके वजह से, वह घर के अंदर आने का फैसला करता है । अभय घर के अंदर आ ही रहा होता है । तभी अचानक, उसे अपने घर से थोड़ी दूर पर कुछ हलचल दिखाई देता है । अभय जब उस तरफ ध्यान से देखा है तो, उसे पता चलता है कि वहां पर कोई औरत है जो पूरी तरह से शांत खड़ी है । उस औरत को देखने के बाद, अभय तो यह बात समझ चुका होता है कि, वह कोई औरत नहीं बल्कि एक छलावा है । जो उसे छलने के लिए, ऐसा किया गया है । अभय इन सारी बातों को सोच रहा होता है तभी अचानक वह औरत अभय की तरफ मूरती है । अभय की नजर जैसे ही उस औरत के लाल चमकती हुई आंखों पर पड़ती है । अचानक अभय को कुछ हो जाता है ऐसा लग रहा होता है मानो, अभय का शरीर उसके कंट्रोल से बाहर हो गया हो और वह उसे औरत के वशीकरण में आ गया हो । वह औरत धीरे-धीरे जंगल की तरफ जाने लगती है । अभय भी धीरे-धीरे उसके पीछे-पीछे जाने लगता है । उस जंगल के बीचो-बीच जाने के बाद, वह औरत अंधेरे में कहीं अदृश्य हो जाती है । उस औरत के अदृश्य होते ही, अभय के ऊपर से वशीकरण हट जाता है । अभय को अब उस जंगल में काफी डर लगने लगता है । अभय को यह बात अभी भी नहीं समझ आ रहा होता है । आखिर उसे इस जंगल में लाया किसने और वह आया कैसे ? अभय यह सब सोच ही रहा होता है, तभी अचानक एक आहट के कारण, उसका ध्यान झाड़ियां की तरफ जाता है । अभय पूरी तरह से चोकाना होते हुए, उस झाड़ी की तरफ बढ़ने लगता है । थोड़ी देर में ही अभय उस झाड़ी के पास पहुंच जाता है । वह काफी देर तक, उस झाड़ी के अंदर देखता है परंतु, उसे उस झाड़ी के अंदर कोई भी नहीं दिखाई देता है । अभय ऐसा कर ही रहा होता है । तभी अचानक, एक बार फिर से वह आहट उसे सुनाई देता है । यह आहट इस बार झाड़ियां से नहीं बल्कि, उसके पीछे से आया होता है । अभय जैसे ही पीछे की तरफ मुड़ता है । अचानक वह औरत उसके सामने आ जाती है। वह औरत अपने चेहरे को पूरी तरह से ढकी हुई होती है । अभय कुछ कहता, इससे पहले ही हवा के झोंके के कारण, उसके चेहरे का कपड़ा हट जाता है । उस औरत का चेहरा देखते ही अभय वहां से गिरते-पड़ते भागना शुरू कर देता है । अभय इतना ज्यादा डर चुका होता है कि, वह बिना कुछ सोचे समझे, उस जंगल के अंदर भाग रहा होता है । उसे तो यह भी नहीं पता होता है कि, आखिर वह जिस रास्ते से भाग रहा है । वह रास्ता उसे कहां लेकर जाएगी और किस रास्ते से जाने के बाद उसे अपना घर मिलेगा । तभी अचानक, अभय का पैर एक पत्थर से टकरा जाता है । जिसके वजह से, वह वहीं पर गिर जाता है । वह उस पत्थर के चोट से इतना ज्यादा घायल हो चुका था कि, ठीक से खड़ा भी नहीं हो पा रहा था । वह बार-बार खड़ा होने की कोशिश कर होता है । परंतु वह खड़ा नहीं हो पता है । अचानक, एक बार फिर से, वह औरत अभय के सामने आ जाती है । उस औरत को देखते ही, अभय बुरी तरह से काप जाता है । अभय कुछ कर पाता इससे पहले ही, वह औरत बिजली रफ्तार से उसके तरफ बढ़ती है और उसके सीने पर आकर बैठ जाती है । वह औरत अपने धारदार नाखून को, उसके सीने में डाल देती है और उसके सीने को फारने लगती है । अभय को असहनिये दर्द हो रहा होता है । जिसके वजह से, वह जोरों से चिखता है । अभय की जब आंखें खुलती है तो, उस पता चलता है कि वह अभी भी अपने कमरे के अंदर होता है । परंतु वह पूरी तरह से पसीने से भीगा होता है । दरअसल अभय के साथ जो अभी घटना घट रही होती थी । वह कोई सच्ची घटना नहीं बल्कि, सिर्फ और सिर्फ अभय का एक बुरा सपना होता है । परंतु उस बुरे सपने की वजह से, अभय इतना ज्यादा डर चुका था कि उसका शरीर बुरी तरह से कांप रहा होता था । अभय अपने रूम के अंदर चारों तरफ काफी ध्यान से देखता है और एक बार फिर से सोने के लिए चला जाता है ।
Note : यह daravani horror story पूरी तरह से काल्पनिक है। इस स्टोरी को केवल मनोरंजन के दृष्टिकोण से ही पढ़ें ।
Post a Comment