भूतिया खंडहर : rahasyamayi daravani horror story, horror story 2024
पांच ऐसी तरपती आत्मा, जो अपने कातिलों को ढूंढ-ढूंढ कर मौत के घाट उतारती है । यह rahasyamayi daravani horror story, भूतिया खंडहर की आत्मा की है ।
भूतिया खंडहर : rahasyamayi daravani horror story, horror story 2024
पांच ऐसी तड़पती आत्मा, जो अपनी मौत का बदला लोगों को चुन चुन कर कर लेती है । उन आत्माओं के रहस्य को उजागर करने के लिए, कुछ पत्रकार उन आत्माओं के रहने वाले जगह, भूतिया खंडहर में जाते हैं । जिसके बाद उन लोगों के साथ कुछ ऐसा होता है जिससे उन लोगों की रूह काप जाती है । आखिरकार वे लोग उस भूतिया खंडहर के रहस्य को उजागर कर पाते हैं कि नहीं, आज के इस rahasyamayi daravani horror story में जानेंगे । तो चलिए कहानी को शुरू करते हैं और एक डरावने सफर पर निकलते हैं ।
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भूतिया खंडहर : rahasyamayi daravani |
जबलपुर गांव में पूरी तरह से खामोशी छाया होता है । तभी अचानक एक सर-सराती गाड़ी आती है और गांव के बीचो-बीच रूकती है । गाड़ी के रुकते ही, चार नवयुवक लड़के उस गाड़ी से उतरते है । गांव के इस खामोशी को देखते हुए, अजय अपने दोस्तों से कहता है । अरे यारों हम लोगों ने इस गांव के बारे में, इंटरनेट पर जो भी पढ़ा था । वो तो सचमुच में पूरी तरह से सही है । देख नहीं रहे हो, अभी रात के 9:00 भी ठिक से नहीं बजे हैं और लोग कितने खामोश होकर अपने घरो में चले गए हुए हैं । इतना कहते हुए अजय अपने दोस्तों के साथ, गाड़ी से सामान निकलने लगता है । दरअसल अजय और उनके दोस्त हमेशा होरर जगह को एक्सप्लोर करके उस पर कहानी लिखा करते हैं । वे लोग एक नई कहानी के तलाश में, जबलपुर आए हुए होते हैं । क्योंकि जबलपुर के पुराने खंडहर के बारे में, वे लोग इंटरनेट पर काफी ज्यादा सुने हुए होते हैं । अजय और उनके दोस्त उस गांव के सभी दरवाजों को खटखटाते हैं और उन लोगों से एक रात अपने घर में ठहरने का ठिकाना मांगते हैं परंतु ठिकाना देना तो दूर लो अजय और उनके दोस्त को कोई जवाब भी नहीं देता है । अजय और उनके दोस्त यह बात समझ चुके थे कि, उस रहस्यमई खंडहर का, गांव के लोगों में काफी खौफ है । इसके बाद अजय और उनके दोस्त फैसला करते हैं कि, आज की रात वे लोग गाड़ी में ही गुजारेंगे । जबलपुर का यह पहली रात, उन लोगो के जीवन का, सबसे अलग होता है । क्योंकि पहली बार उन लोगों को कुछ रहस्यमई आवाज सुनाई दी हुई होती है । अजय और उनके दोस्त भी काफी हैरान होते हैं, क्योंकि इससे पहले वे लोग हजारों की संख्या में हॉन्टेड जगह पर जा चुके हैं । परंतु पहली बार उन लोगों को डर का अनुभव हुआ होता है । वे लोग जैसे तैसे करके उस रात को गुजारते हैं ।
सुबह में जैसे ही अजय की आंख खुलती है। वह पूरी तरह से हैरान हो जाता है । क्योंकि गांव के सभी लोग उन लोगों को चारों और से घेरे खड़े हुए होते है । गांव के सभी लोग अजय और उनके दोस्तों को काफी हैरानी से देख रहे होते हैं । अजय और उनके दोस्त कुछ कह या कर पाते, इससे पहले ही गांव का एक बुजुर्ग आदमी, उन लोगों से कहता है । आप लोग कोन है साहब, क्या आप लोगों ने इस अंधेरी रात को खुले आसमान के नीचे गुजरे है । जिस पर अजय और उनके दोस्त कहते हैं, इसमें कौन सी बड़ी बात है दादाजी । हम लोग हमेशा ही, इसी प्रकार रातों को कहीं भी गुजार लेते हैं । जिस पर वह वृद्ध आदमी कहता है लगता है तुम लोगों का सामना उसे शैतानी आत्माओं के विकराल रूप से नहीं हुआ है । अजय कहता है कौन आत्मा और कैसा हमला । अजय का इतना बात सुनने के बाद वह वृद्ध आदमी पूरी तरह से चुप हो जाता है और वहां से जाने लगता है । उस वृद्ध आदमी के साथ-साथ गांव के सभी लोग वहां से जाने लगते हैं । शिवाय विक्रांत को छोड़कर । अजय और उनके दोस्त विक्रांत से पूछने लगते हैं । क्या, आप भी इस गांव में नए आए हो क्या ? अजय और उनके दोस्त विक्रांत से ऐसा इसलिए पूछा था । क्योंकि विक्रांत का पहनावा गांव वालों से बिल्कुल अलग होता है । जिस पर विक्रांत जवाब देता है । हां कुछ ऐसा ही समझो, मैं दो दिन पहले ही इस गांव में आया हूं । वैसे तो मैं पढ़ाई की सिलसिले में देहरादून रहता हूं । इसके बाद अजय, विक्रांत से उस वृद्ध आदमी के द्वारा कह गए बातों का मतलब पूछने लगता हैं । जिस पर विक्रांत कहता है, मुझे भी इस बारे में ज्यादा नहीं पता है । परंतु, गांव के लोगों का ऐसा मानना है कि गांव से कुछ दूरी पर ही एक टूटा फूटा खंडहर है । जिसमें कुछ आत्माएं रहती है । जो हमेशा गांव के लोगों को अपना शिकार बनाती है । गांव वालों के इस अंधविश्वास के चक्कर में मुझे भी, रात में घर घर के अंदर कैद होकर रहना पड़ता है । गांव के लोग 9:00 बजे के बाद ना तो वह खुद घर से बाहर निकलते हैं और ना ही किसी को निकलने देते हैं । मैं तो थक चुका हूं । इस अंधविश्वास भरी बातों को सुन सुन कर । विक्रांत की यह बात सुनने के बाद, अजय और उसके दोस्त यह तो समझ चुके थे कि, विक्रांत भी भूत प्रेत जैसी चीजों पर भरोसा नहीं करता है । अजय और उसके दोस्त विक्रांत को खंडहर के पास ले चलने के लिए कहता हैं । कुछ देर सोचने के बाद विक्रांत उन लोगों को वहां पर ले जाने के लिए हामी भर देता है । अजय और उनके दोस्त आज रात ही उस खंडहर में जाने का फैसला करते हैं । अजय और उसके दोस्त उस खंडहर में रात में जाने जाने का फैसला इसलिए करते हैं । क्योंकि, वे लोग उस खंडहर के रहस्य से पर्दा उठाना चाहते हैं । अजय और उनके दोस्त जैसे तैसे करके उस दिन को गुजारते हैं । जैसे ही घड़ी का सुई रात के 9 पर जाता है । विक्रांत अपने परिवार वालों से छुपते छुपाते अपने घर से निकल जाता है । दूसरी तरफ अजय और उनके दोस्त भी उस खंडहर में जाने के लिए पूरी तरह से तैयार होते हैं । जैसे ही विक्रांत उन लोगों के पास पहुंचता है वे लोग अपना रहस्यमई सफर शुरू कर देते हैं । थोड़ी देर में ही वे लोग उस खंडहर के पास पहुंच जाते हैं । अजय और उनके दोस्त उस खंडहर को देखने के बाद पूरी तरह से हैरान हो जाते हैं और साथ ही विक्रांत भी काफी हैरान होता है । क्योंकि विक्रांत ने भी उस भूतिया खंडहर को पहली बार देखा होता है । वह खंडहर जंगल के बीचो-बीच विराने में होता है । उस खंडहर की दीवारे पूरी तरह से, जंगलों से ढकी हुई होती है । अजय अपने दोस्तों के साथ धीरे-धीरे उस खंडहर के अंदर जाने लगता है । विक्रांत भी उन लोगों के पीछे-पीछे, उस भूतिया खंडहर के अंदर जा रहा होता है । उस भूतिया खंडहर के चौखट पर, कदम रखते ही उन लोगों को कुछ अजीबोगरीब चीज महसूस होती है जिससे वे लोग समझ जाते हैं कि, इस खंडहर के अंदर हजारों रहस्य छुपे हुए हैं । वह खंडहर काफी बड़ा होता है । जिसके वजह से, वे लोग यह फैसला करते हैं कि दो ग्रुप में बट कर इस खंडहर को एक्सप्लोर करेंगे ।
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अजय के साथ वरुण और कमल एक ग्रुप में, और साथ ही दूसरे ग्रुप में विक्रांत और अभय होंता है । छोटे से लाइट के सहारे, वे लोग उस खंडहर को एक्सप्लोर करना शुरू करते हैं । काफी देर तक उस खंडहर में ढूंढने के बाद भी, उन लोगों को कुछ भी नहीं मिलता है । जिसके वजह से वे लोग काफी निराश हो रहे होते हैं । दूसरी तरफ विक्रांत और उसके टीम के लोगों को भी कुछ हाथ नहीं लगता है । जिसके वजह से, वे लोग उस भूतिया खंडहर से निकलने का फैसला करते हैं । वे लोग जैसे हैं पीछे की तरफ मुड़ते हैं, अचानक एक रहस्यमई आवाज के साथ कोई चीज उन लोगों पर हमला करता है । इस हमले की वजह से विक्रांत को गंभीर चोटे आई हुई होती है । परंतु उनके टीम के लोगों को एक खरोच भी नहीं आई हुई होती है । दूसरी तरफ अजय और उसके टीम के लोग, इस बात से पूरी तरह से अनजान उस खंडहर्र को एक्सप्लोर कर रहे होते हैं । तभी अजय को उस खंडहर के अंदर एक डायरी मिलती है । उस डायरी को लेकर अजय आगे की तरफ बढ़ ही रहा होता । तभी अचानक उसे दूसरी तरफ से विक्रांत और अभय की चीख सुनाई देती है । क्योंकि उस रहस्यमई चीज ने एक बार फिर से विक्रांत और उसके टीम पर हमला किया हुआ होता है । अजय अपने टीम के लोगों के साथ जैसे ही वहां पर पहुंचता है ।
। वे लोग देखते हैं कि विक्रांत जमीन पर पड़ा होता है और अभय उसे उठाने की कोशिश कर रहा होता है । विक्रांत को कुछ गंभीर चोटे आई हुई होती है । विक्रांत का यह हाल देखने के बाद, वे लोग फैसला करते हैं कि, अब वे लोग वापस गांव चले जाएंगे । वे लोग विक्रांत को उठाकर, उस खंडहर से बाहर आने लगते हैं । परंतु इस दौरान, उन सभी को काफी अजीबोगरीब आवाज सुनाई दे रही होती है । ऐसा लग रहा था मानो, दीवारों से कोई चिख रहा हो । अंधेरे में उन लोगों को उस आवाज के सिवाय कुछ और नहीं दिखाई दे रहा होता है । वे लोग जैसे तैसे करके गांव पहुंचते हैं । अजय और उनके दोस्तो के मन में काफी सवाल चल रहे होते हैं । आखिर क्यों उन आत्माओं ने केवल विक्रांत के ऊपर ही दो बार हमला किया । उसके साथ और भी लोग थे, परंतु उन लोगों को थोड़ी भी खरोच नहीं आई । यह सोच सोच कर वे लोग काफी हैरान हो गए होते हैं । तभी अचानक अजय को याद आता है कि उसने अपने साथ एक डायरी लाया है जो उसे उस खंडहर में मिला था । अजय उस डायरी को इस जिज्ञासा के साथ खोलता है कि, उसके सारे सवालों का जवाब शायद उस डायरी में मिल जाए । और ऐसा होता भी है क्योंकि, अजय को अब धीरे-धीरे करके अपने सभी सवालों का जवाब मिलने लगता है । उस भूतिया खंडहर का राज एक-एक कर कर खुलने लगता है ।
अजय को अब यह भी पता चल जाता है आखिर क्यों उन आत्माओं ने केवल और केवल विक्रांत पर हमला किया था । और क्यों उन लोग को वे आत्माएं कोई नुकसान नहीं पहुंचा था । अजय को अब यह भी पता चल चुका था कि, उस खंडहर में एक हंसता खेलता परिवार रहता था । परंतु उस घर में रहने वाले लोगों का यह खुशी कुछ ही दिन में समाप्त हो जाती है । क्योंकि गांव के कुछ दबंग लोगों ने उन लोगों पर काला जादू का झूठा आरोप लगाकर जिंदा उस घर में जला दिया होता है और गांव के सभी लोग चुप,छाप यह सब देखता रहा । इन सारी बातों को पढ़ने के बाद, अजय यह बात तो समझ चुका था कि, क्यों वे आत्माएं केवल गांव के लोगों पर ही हमला करती है । उन आत्माओं का मकसद सिर्फ और सिर्फ गांव वालों को उसके किए गए कुकर्मो का सजा देना था । अजय इन सारी बातों को जानने के बाद भी, अपने दोस्तों से कुछ नहीं बताता है और ना ही उस डायरी के बारे में किसी को भनक लगने देता है ।
उस भूतिया खंडहर के कुछ राज का पर्दा उठाना अभी भी बाकी था, जिसके वजह से, अजय अपने दोस्तों के साथ यह फैसला करता है कि एक बार फिर से वे लोग रात के घने अंधेरे में उस भूतिया खंडहर में जाएंगे । इन सारी बातों का फैसला करने के बाद वे लोग सोने के लिए चले जाते हैं । परंतु, यह रात दूसरे रात से बिल्कुल अलग होता है । क्योंकी अजय और उसके दोस्तों को हमेशा यह एहसास हो रहा होता है मानो उन लोगों के आसपास कोई हो । वे लोग जैसे तैसे करके, उस रात को गुजारते हैं । अगले दिन एक बार फिर से वे लोग रात के घने अंधेरे में, भूतिया खंडहर की तरफ निकल जाते हैं । अजय और उनके दोस्त इस बार फैसला करते हैं कि वे लोग इस बार ग्रुप में ना बटकर एक साथ ही उस खंडहर का मुआयना करेंगे । उस घर के अंदर जाते ही, कुछ अजीबोगरीब घटनाएं घटनी शुरू हो जाती है मानो उस घर में रहने वाली आत्माओं अपना उपस्थिति दर्ज करा रही हो । धीरे-धीरे वह आत्माएं अपना रौद्र रूप उन लोगों को दिखाना शुरू कर देती है । जिसे शब्दों में बयां करना काफी कठिन है । उस भूतिया खंडहर के समान अपने आप ही हवा में तैरना शुरू कर देता है। वे आत्मा अजय और उनके दोस्तों के साथ कुछ गलत करती । इससे पहले ही, अजय कहता है मुझे पता है, आखिर आप लोग इतना गुस्सा क्यों है । और गुस्सा हो भी क्यों ना, जिस समाज ने आप लोगों के साथ इतना बड़ा घात किया । उन लोगों के साथ ऐसा ही होना चाहिए । परंतु जिन लोगों ने आप लोगों के साथ गलत किया था । उन लोगों को, आप लोगों ने पहले ही मौत के घाट उतार दिये हुए है । अब इन गांव वालों की जान छोड़ दीजिए । अजय जैसे ही इन सारी बातों को कहता है कुछ चमत्कारी चीज वहां पर होती है । वे आत्माएं अब शांत तरह शांत हो जाती है । साथ ही उस भूतिया खंडहर का माहौल पूरी तरह से भय से मुक्त हो गया होता है । परंतु अजय और उनके दोस्तों के मन में उन आत्माओं ने एक गहरा असर किया हुआ होता है ।
अजय और उनके दोस्त जबलपुर का यह कहानी तो जैसे तैसे करके प्रकाशित कर देते हैं । परंतु, इस घटना के बाद वे लोग हॉरर जगह को एक्सप्लोर करना छोड़ देते हैं क्योंकि कहीं ना कहीं जबलपुर की भूतिया खंडहर ने उन लोगों के जीवन में एक गहरा असर किया हुआ होता है ।
Note : यह रहस्माई डरावनी हॉरर स्टोरी पूरी तरह से काल्पनिक है। इस horror story का वास्तविक जीवन से कोई भी लेना-देना नहीं है ।
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