daravani horror story 2024 : रहस्यमई झोपड़ी - short Horror stories in hindi
रहस्यमई झोपड़ी, 2024 का सबसे daravani short Horror story है । यह स्टोरी रहस्य, सन्नाटा और अंधेरे से भरपूर, रूह को कपा देने वाली है ।
daravani horror story 2024 : रहस्यमई झोपड़ी - short Horror stories in hindi
daravani horror story 2024 : रहस्यमई झोपड़ी ; आपने अक्सर सुना होगा, जब अंधेरा शुरू होता है तो, काली शक्तिया अपना तांडव दिखाना शुरू करती है । परंतु, वह काली शक्तियों हमेशा एक अन्य रूप धड़के आती है । “रहस्यमई झोपड़ी” का मुख्य पात्र एक चुड़ैल है जो, एक औरत का रूप धारण करके जंगल के बीचो-बीच रहती है और जंगल में आए लोगों को शिकार करती है ।
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। इसके कुछ क्षणों के बाद विवेक अपने दोस्तों से कहता है, रुको मैं 5 मिनट में बाहर से आता हूं मुझे कुछ जरूरी काम याद आ गया है । यह कहने के बाद विवेक उस रहस्यमई झोपड़ी से बाहर आ जाता है और पेड़ के पास खड़ा होकर हल्का (पेशाब करने लगता है) होने लगता है । तभी अचानक उसकी नजर अपने शर्ट पर गिरे खून पड़ जाता है। जिसे देखने के बाद वह पूरी तरह से आश्चर्यचकित हो जाता है । उसे यह समझ में नहीं आ रहा था आखिर, यह खून आया कहां से । जब वह अपने चेहरे को मिरर में देखता है तो एक पल के लिए वह पूरी तरह से हैरान रह जाता है । उसके चेहरे पर भी काफी खून लगे होते हैं, ऐसा लग रहा था मानो उसने किसी का कत्ल किया हो और उसका खून पिया हो । यह सब देखने के बाद विवेक को थोड़ा-थोड़ा अंदाजा होने लगा था कि आखिर, इस रहस्यमई झोपड़ी के अंदर चल क्या रहा है । इतना सब सोचने के बाद, विवेक एक बार फिर से उस रहस्यमई झोपड़ी के अंदर चला जाता है, वह जैसे ही अंदर जाता है, एक बार फिर से उसे काफी हैरानी होती है, क्योंकि अजय और अनिकेत के पास जो खाने का थाली और कटोरा होता है उसके अंदर कीड़े मकोड़े चल रहे होते हैं और साथ ही कटोरा के अंदर खून भरा होता है। जिसे अजय और अनिकेत अभी भी चाव से खा रहे होते हैं, क्योंकि वे लोग अभी भी उसे औरत के वशीकरण में फंसे होते है ।
धीरे-धीरे अनिकेत अपने दोस्तों की तरफ, बढ़ने लगता है और उन लोगों को खाना को खाने से मना करने लगता है । परंतु अजय और अनिकेत विवेक की एक बात भी नहीं सुन रहे होते हैं । जिसके वजह से विवेक काफी गुस्सा हो जाता है और एक जोर का चांटा उन दोनों को देता है । इसके अगले क्षण ही, उन लोगों का वशीकरण टूट जाता है । वशीकरण जैसे ही टूटता है, अजय और अनिकेत को भी काफी जोर का सदमा लगता है, क्योंकि सच्चाई उन लोगों के सामने आ चुका था । दूसरी तरफ वह औरत उस रहस्यमई झोपड़ी के अंदर बर्तनों में खून को गर्म कर रही होती है । उस औरत के चारों तरफ कंकाल ही कंकाल पड़े होते हैं । यह सब दृश्य रसोई घर के गेट पर खड़ा होकर, विवेक और उनके दोस्त देख रहे होते हैं । तभी वह औरत अपने असली रूप में आ जाति है । जिसे देखने के बाद विवेक और उनके दोस्तों के होश उड़ जाते हैं । वे लोग अपने जान को बचाने के लिए, गाड़ी के अंदर आकर बैठ जाते हैं और गाड़ी को स्टार्ट कर भागना चाहते हैं । परंतु गाड़ी का फूल एक्सलेटर देने के बावजूद भी, गाड़ी 1 इंच भी आगे नहीं बढ़ रही होती है । तभी विवेक अपने गाड़ी के साइड मिरर में देखता है वह औरत उस गाड़ी को पीछे से पकरी हुई होती है । थोड़ी देर के लिए विवेक और उनके दोस्तों को, यह एहसास हो जाता है कि आज उन लोगों का अंत तय है । तभी विवेक को याद आता है कि उसके गाड़ी में हनुमान मंदिर का भभूत पड़ा हुआ है, वह जैसे ही उस भभूत को उस औरत की तरफ फेकता है । उस औरत के शरीर में आग लग जाता है, जिसके वजह से वह छटपटाने लगती है । इसी बीच विवेक, अपने गाड़ी को पूरे स्पीड के साथ वहां से निकालने लगता है । वे लोग जैसे तैसे करके अपनी जान को, उस चुड़ैल से बचाते हैं । इस घटना के बाद विवेक और उसके दोस्तों का जंगल का नाम सुनकर ही रूह कांप जाता था ।
Note: रहस्यमई झोपड़ी, Horror story पूरी तरह से काल्पनिक है, इस डरावनी हॉरर स्टोरी का वास्तविक जीवन से कोई भी लेना-देना नहीं है । यह स्टोरी केवल मनोरंजन के दृष्टिको से बनाया गया है ।
धीरे-धीरे अनिकेत अपने दोस्तों की तरफ, बढ़ने लगता है और उन लोगों को खाना को खाने से मना करने लगता है । परंतु अजय और अनिकेत विवेक की एक बात भी नहीं सुन रहे होते हैं । जिसके वजह से विवेक काफी गुस्सा हो जाता है और एक जोर का चांटा उन दोनों को देता है । इसके अगले क्षण ही, उन लोगों का वशीकरण टूट जाता है । वशीकरण जैसे ही टूटता है, अजय और अनिकेत को भी काफी जोर का सदमा लगता है, क्योंकि सच्चाई उन लोगों के सामने आ चुका था । दूसरी तरफ वह औरत उस रहस्यमई झोपड़ी के अंदर बर्तनों में खून को गर्म कर रही होती है । उस औरत के चारों तरफ कंकाल ही कंकाल पड़े होते हैं । यह सब दृश्य रसोई घर के गेट पर खड़ा होकर, विवेक और उनके दोस्त देख रहे होते हैं । तभी वह औरत अपने असली रूप में आ जाति है । जिसे देखने के बाद विवेक और उनके दोस्तों के होश उड़ जाते हैं । वे लोग अपने जान को बचाने के लिए, गाड़ी के अंदर आकर बैठ जाते हैं और गाड़ी को स्टार्ट कर भागना चाहते हैं । परंतु गाड़ी का फूल एक्सलेटर देने के बावजूद भी, गाड़ी 1 इंच भी आगे नहीं बढ़ रही होती है । तभी विवेक अपने गाड़ी के साइड मिरर में देखता है वह औरत उस गाड़ी को पीछे से पकरी हुई होती है । थोड़ी देर के लिए विवेक और उनके दोस्तों को, यह एहसास हो जाता है कि आज उन लोगों का अंत तय है । तभी विवेक को याद आता है कि उसके गाड़ी में हनुमान मंदिर का भभूत पड़ा हुआ है, वह जैसे ही उस भभूत को उस औरत की तरफ फेकता है । उस औरत के शरीर में आग लग जाता है, जिसके वजह से वह छटपटाने लगती है । इसी बीच विवेक, अपने गाड़ी को पूरे स्पीड के साथ वहां से निकालने लगता है । वे लोग जैसे तैसे करके अपनी जान को, उस चुड़ैल से बचाते हैं । इस घटना के बाद विवेक और उसके दोस्तों का जंगल का नाम सुनकर ही रूह कांप जाता था ।
Note: रहस्यमई झोपड़ी, Horror story पूरी तरह से काल्पनिक है, इस डरावनी हॉरर स्टोरी का वास्तविक जीवन से कोई भी लेना-देना नहीं है । यह स्टोरी केवल मनोरंजन के दृष्टिको से बनाया गया है ।
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