एक सच्ची हॉरर कहानी : खौफनाक बदला, Horror story in Hindi


एक सच्ची हॉरर कहानी : खौफनाक बदला, Horror story in Hindi 


एक सच्ची हॉरर कहानी : खौफनाक बदला : रात के सन्नाटे में राधिका सो रही होती है तभी, अचानक वह चिखते हुए उठती है क्योंकि आज फिर से उसने अपने सपने में एक नन को देखी होती है । जो सफेद लिवाज में उसका पीछा कर रही होती है । ऐसा पहली बार नहीं हुआ होता है, बल्कि राधिका के साथ यह हमेशा होता था ।और हमेशा उस सपना को देखने के बाद वह पूरी तरह से पसीने से तर बतर हो जाती थी । वैसे तो राधिका हॉस्पिटल में एक नर्स का जॉब करती थी । परंतु अचानक, वह जिस वार्ड में काम कर रही होती है, उस वार्ड में एक औरत की मौत हो जाती है ।


एक सच्ची हॉरर कहानी : खौफनाक बदला
एक सच्ची हॉरर कहानी : खौफनाक बदला


 जिसके बाद से ही राधिका को वह सपना आनी शुरू होती है । शुरू शुरू में राधिका उस सपने को सीरियस नहीं लेती थी । परंतु धीरे-धीरे उस भयावह सपना की वजह से राधिका की मासिक स्थिति खराब होने लगती है ‌। जिसके वजह से उस अस्पताल से कई बार निकालने की धमकी मिल चुकी थी । परंतु सारी बातों को भूलकर राधिका, पूरी तरह से अपने काम पर ध्यान लगाती है । जिसके वजह से कुछ दिनों तक वह सपना धीरे-धीरे राधिका को आनी बंद हो जाती है । अब राधिका कि लाइफ पूरी तरह से, फिर से पहले की तरह हो जाती है ।‌ परंतु अचानक एक दिन राधिका देर रात तक अस्पताल में काम कर रही होती है । तभी अस्पताल की लाइट चली जाती है । जिसकी वजह से राधिका वहां पर पड़े लालटेन को लेकर आगे बढ़ने लगती है, बिल्कुल किसी हॉरर मूवी की तरह । धीरे-धीरे लालटेन लेकर राधिका आगे की तरफ बढ़ना शुरू कर देती है । परंतु अचानक उसे ऐसा एहसास होता है मानो कोई उसके पीछे-पीछे आ रहा हो । परंतु राधिका सोचती है हो सकता है, डर के वजह से उसे इस प्रकार का अनुभव हो रहा हो । थोड़ी देर में ही राधिका सीरी के पास पहुंच जाती है । क्योंकि उसे दूसरे फ्लोर पर जाना था अब राधिका सिडी की तरफ मुड़ जाती है । परंतु अचानक पीछे से एक भयावह डरावनी आवाज आती है ।‌ तुम गलत दिशा में जा रही हो राधिका, जब राधिका गौर से देखती है तो उसे पता चलता है कि, वह सीडी की तरफ मुड़ने के बजाय स्टोर रूम की तरफ मुड़ गई होती है । राधिका सोचती है यह माया की आवाज होगी जो उसे स्टोर रूम में जाने से रॉकी हुई होती है । परंतु जैसे ही राधिका पीछे की तरफ मूरती है ।‌ राधिका के चेहरे पर खामोशी छा जाती है ‌। क्योंकि उसके पीछे और कोई नहीं वही सपनों वाली नन होती है, जो उसके पीछे-पीछे खामोशी के साथ चल रही होती है । वह जैसे ही उससे पूछती है “कौन हो तुम” तभी एक “काला साया” उसे अंधेरे रूम की तरफ खींचना शुरू कर देती है । अंधेरे की गहराइयों में, कमरे के अंदर वह काला साया राधिका को बीचों-बीच ले जाकर छोड़ देती है । थोड़ी देर के लिए वहां पर पूरी तरह से सन्नाटा छा जाता है । क्योंकि डर के वजह से राधिका के मुंह से कोई आवाज नहीं निकल पा रही होती है । अंधेरे के सन्नाटे में, उसे एक “अजनबी परछाई” दिखाई देती है । जिसे देखने के बाद वह उस परछाई से, छुपाना शुरू कर देती है । काफी देर तक राधिका “अंधेरे के सन्नाटे” में छुपी हुई होती है ।‌ अंधेरे में वह काली अजनबी परछाई काफी देर तक किसी को ढूंढ रही होती है । ऐसा लग रहा होता है मानो वह और किसी को नहीं, राधिका को ही ढूंढ रही होती है ।‌ परंतु काफी देर तक ढूंढने के बाद भी, जब राधिका उस अंधेरे कमरे में उसे नहीं मिलती है । तो वह अजनबी परछाई धीरे-धीरे उस रूम से बाहर निकलना शुरू कर देती है ।‌ उस रूम के अंदर थोड़ी-थोड़ी लाइट जल रही होती है क्योंकि उस अजनबी परछाई ने जब राधिका पर अटैक किया था । लालटेन राधिका के हाथ से गिर गई होती है ।

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और फर्श पर तेल बिखर गया होता है जिसके वजह से तेल उस में आग लग गयी होती है । उस आग के वजह से ही राधिका, इस पूरी खौफनाक मंजर को अपने नजरों से देख पा रही होती है । उस अजनबी परछाई के जाते ही उस रूम में खामोशी छा गई होती है। इसके बाद राधिका सोचती है, हो सकता है वह अजनबी परछाई और वह नन वहां से चली गई होगी । जिसके वजह से वह धीरे-धीरे उस रूम से निकलना शुरू कर देती है । राधिका जैसे ही उस रूम के दरवाजे तक पहुंचती है अचानक वह नन, राधिका के नजरों के सामने चली आती है । उस नन के आंखों में राधिका को अपनी मौत साफ साफ दिख रही होती है ।‌ क्योंकि उस चेहरे से राधिका पूरी तरह से परिचित थी, वह और कोई नहीं वह उसकी वही पेशेंट थी, जिसे राधिका ने नींद की वजह से गलत इंजेक्शन दे दी होती है । जिसके वजह से ही नन की मौत हो गई होती है । अब जैसे ही उस नन कि नजर राधिका पर परती है । वह नन राधिका के पीछे भागना शुरू कर देती है । उस सन्नाटे से रूम में, अचानक चिख गूंजने लगती है । चीख सुनने के बाद, जैसे ही अस्पताल के अन्य कर्मचारी निचे आते हैं वे लोग देखते हैं कि राधिका अस्पताल के फर्श पर पड़ी होती है । जो की एक जिंदा लाश की तरह परी होती है क्योंकि उसकी पूरी बॉडी पैरालाइज हो गई थी । और साथ ही अंधेरे के सन्नाटे में हम देखते हैं कि उस नन के चेहरे पर एक शैतानी हंसी होती है । जिसे देखने के बाद ऐसा लग रहा होता है, मानो उस नन ने अपनी मौत का बदला राधिका से ले ली हो ।



Note : यह “डरावनी हॉरर स्टोरी” पूरी तरह से काल्पनिक है । इस “डरावनी हॉरर स्टोरी” का वास्तविक जीवन से कोई भी लेना-देना नहीं है ।





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शैतानी आत्मा

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