Best horror story in Hindi, भूतिया महल

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Best horror story in Hindi, भुतिया महल


Best horror story in Hindi, भुतिया महल : रात के घने अंधेरे में ज्योति अपने गांव पहुंचती हैं, और जैसे ही अपने घर के चौखट पर अपना पैर रखती है ।अचानक उसे एक डरावनी आवाज सुनाई देती है, यह घर मेरा है । ज्योति काफी सालों के बाद, अपने पुश्तैनी हवेली प्रतापगढ़ लौटी थी ‌। अक्सर ज्योति अपने माता-पिता से अपने दादा और दादी के पुस्तेनी हवेली के बारे में सुनती रहती थी। जो की प्रतापगढ़ में थी । ज्योति जब 2 साल की थी तब हि वे लोग, उस घर को छोड़कर शहर में शिफ्ट हो गए थे । ज्योति अपने माता और पिता को हमेशा ही अपने पुश्तैनी गांव जाने के लिए जिद करती रहती थी । 

Best horror story in Hindi, भुतिया महल
Best horror story in Hindi, भुतिया महल



जिसके वजह से ही आज वे लोग उस हवेली पर गए हुए होते हैं । जब ज्योति उस डरावनी आवाज को सुनती है तो वह अपने माता और पिता की तरफ देखती हैं और, उस बारे में पूछना चाहती थी परंतु अचानक उसका ध्यान उनके माता-पिता के चेहरे के पसीने पर पड़ती है । जिसे देखने के बाद ज्योति काफी चौक जाती है कि, वे लोग उस हवेली में प्रवेश करने से इतना डर क्यों रहे हैं । ज्योति के माता पिता एकटक से उस महल को निहार रहे होते हैं । और उनके चेहरे पर डर साफ झलक रही थी, ऐसा लग रहा था मानो उस महल के खौफनाक राज को वे लोग छुपा रहे हो । इतना सब चल ही रहा था तभी अचानक अंदर से ज्योति की दादी की आवाज आती है, आ गए मेरे बच्चों, इतने सालों बाद आए हो । इतना कहते हुए ज्योति की दादी उन लोगों को रिसीव करने के लिए चौखट के पास आती है । 


जिसके बाद ज्योति और उनके माता के पिता, उस महल के अंदर प्रवेश करते हैं । परंतु अभी भी ज्योति के माता-पिता के चेहरे पर वह खौफनाक महल के राज को लेकर डर साफ-साफ झलक रहा था । थोड़ी देर में अंधेरा होने ही वाला था, इसलिए ज्योति की दादी उन लोगों को फ्रेश होने और खाना खाने के लिए कहती है । वे लोग कुछ ही देर में फ्रेश होकर भोजन करने बैठ जाते हैं । परंतु कुछ ही क्षणों में ज्योति के पापा वहां से उठ जाते हैं । ऐसा लग रहा था मानो पुरानी बातों को याद कर वह अंदर से बुरी तरह से डरे हो । ज्योति यह सब देखने के बाद काफी आश्चर्यचकित हो जाती क्योंकि पहली बार ऐसा हुआ है कि ज्योति के पापा ने इस प्रकार की हरकत की हो । इसके बाद ज्योति अपने दादी से अपने पिता के इस व्यवहार के बारे में पूछने लगती है जिस पर दादी पुरानी घटनाओं के बारे में उसे बताने ही वाली होती हैं, तभी ज्योति के पापा आकर दादी को रोक देते हैं । इसके बाद वे लोग थोड़ी देर में ही खाना खाने के बाद, अपने-अपने रूम में सोने के लिए चले जाते हैं । परंतु ज्योति अपने दादी के साथ ही सोती है । कुछ समय के बाद ही ज्योति को काफी भयावह सपने आने लगती है । जिसके वजह से काफी जोरों से चिखते हुए उठती है ।


 इसके बाद ज्योति की दादी भी उठ जाती है । अब ज्योति अपनी दादी से उस राज के बारे में पूछना शुरू कर देती है जिससे उसके पापा काफी डर रहे होते हैं । पहले तो दादी ज्योति को उसे महल के खौफनाक राज के बारे में बताने से मना कर देती है परंतु ज्योति जब ज्यादा जिद्द करने लगती है, तो दादी उसे वह खौफनाक राज को सुबह होने पर बताने के लिए तैयार हो जाती है । ज्योति कि दादी उसे सोने के लिए कहती है, दादी और ज्योति थोड़ी देर के बाद सो जाते हैं ।‌ परंतु कुछ समय के बाद अचानक ज्योति की वहां पर‌ उठकर बैठ जाती है । और वह नींद में चलना शुरू कर देती है, ऐसा लग रहा था मानो कोई काला जादु से या कोई बुरी आत्मा ने उसे अपने वश में कर लिया हो । ज्योति धीरे-धीरे उस महल के, एक बंद पड़े कमरे की तरफ जाना शुरू कर देती है । परंतु वह कमरा पूरी तरह से सिल था । उस कमरे पर काफी सारे ताला लगे हुए थे, जिनपर लाल कपड़ा लपेटा हुआ था । ऐसा लग रहा था मानो उस रूम के अंदर किसी चीज को कैद करके रखा गया हो । परंतु जैसे ही ज्योति वहां पर पहुंचती है अचानक वह सारा ताला अपने आप ही टूट जाती है, और एक भारी आवाज के साथ वह गेट खुल जाती है । गेट के अंदर से एक खौफनाक आवाज आती है “आओ काफी सालों से मैं तुम्हारा ही इंतजार कर रहा थी” । इसके बाद ज्योति धीरे-धीरे उस रूम के अंदर प्रवेश करना शुरू कर देती है । ज्योति जैसे ही उस कमरे के अंदर जाती है अचानक से वह दरवाजा अपने आप ही काफी जोरों से बंद हो जाता है । जिसकी आवाज से ज्योति अपने होशो हवास में आ जाती है । ज्योति कि जैसे ही आंख खुलती है वह एक सुनसान कमरे में अपने आप को पाती है । जिसे वह काफी घबराने लगती हैं । ज्योति कुछ सोच पाती इससे पहले ही अंदर से उसे वहीं डरावनी आवाज सुनाई देती है “आओ आओ मैं तुम्हारा ही इंतजार कर रही थी” आवाज से ऐसा लग रहा था कोई लड़की, उसे अपनी तरफ बुला रही हो । दूसरी तरफ उस दरवाजा की आवाज की वजह से, ज्योति के परिवार के लोगों की नींद खुल जाती है, इसके बाद वे लोग ज्योति को ढूंढना शुरू कर देते हैं । वे लोग ज्योति को घर के बाहर काफी देर तक ढूंढते हैं परंत ज्योति उन लोगों को नहीं मिलती है । तभी अचानक ज्योति के पिता को उस कमरे के बारे में याद आती है । इसके बाद वे लोग घबराकराते हुए उस कमरे की तरफ भागना शुरू कर देते हैं । जब वे लोग उस कमरे के पास पहुंचते हैं तो देखते हैं कि ताला टूटी हुई है । जिसे देखने के बाद उन लोगों के चेहरे का रंग पूरी तरह से उड़ जाता है ‌।


 ज्योति की पिता कहते हैं “वह फिर से अब लौट आई है” । इतना कहने के बाद वे लोग उस गेट को खोलना शुरू कर देते हैं ‌। दूसरी तरफ ज्योति के सामने काला जादू के समान बिखरे हुए होते हैं । एक खोपड़ी, धारदार चाकू और काफी मात्रा में वहां पर सिंदूर पड़ी हुई होती है ‌। वह खौफनाक आवाज ज्योति को वहां पर पड़े सिंदूर को अपने शरीर पर लगाने के लिए कहती है । इसके बाद ज्योति वहां पर पड़े उस सिंदूर को अपने शरीर पर लगना शुरू कर देती है । जिसके बाद वह खौफनाक आवाज ज्योति को धार-धार चाकू उठाने के लिए कहती है । ज्योति उस चाकू को उठाना शुरू कर देती है, ऐसा लग रहा था मानो वह पूरी तरह से उस खौफनाक आवाज के वश में हो गई हो । इसके बाद वह डरावनी आवाज उसे अपने सर की आहुति ( बलि ) देने के लिए कहती है । ज्योति की धड़कन पूरी तरह से तेज हो चुकी थी, ऐसा लग रहा था मानो वह अंदर से अपने आप को रोक रही हो परंतु उसकी शरीर की सारे अंग उस आवाज के कंट्रोल मे हो । इसके बाद ज्योति अपने हाथ में उस धारदार चाकू को उठा लेती है और जैसे ही अपने सर की आहुति देने वाली होती है । अचानक ज्योति के परिवार के लोग उस रूम के अंदर प्रवेश कर जाते हैं ‌। वे लोग ज्योति को ऐसा करने से रोक लेते हैं, ज्योति जब अपने शुद्ध बुद्ध में वापस आ जाति है । ज्योति काफी आश्चर्यचकित होती है कि वह वहां पर आई कैसे, और वह सिंदूर उसके शरीर पर लगाए किसने । इसके बाद ज्योति के परिवार के लोग ज्योति को उसे रूम से बाहर लेकर आते हैं और सभी परिवार के लोग यह फैसला करते हैं, कि उस रूम के खौफनाक राज के बारे में वे लोग ज्योति को बताएगे । थोड़ी देर में ही वे सभी लोग एक साथ बैठ जाते हैं और ज्योति को बताते हैं कि, उसकी एक बड़ी बहन भी थी, जो बचपन से ही काला जादू की सारी क्रियाएं करती थी, शुरू शुरू में उन लोगों को ऐसा लगा कि यह नॉर्मल बातें हैं परंतु एक दिन जब ज्योति के परिवार के लोग बाहर गए हुए होते हैं, तभी ज्योति की बड़ी बहन ज्योति को लेकर उस कमरे के अंदर काला जादू में उसकी बलि देने के लिए ले जाती है । लेकिन उस दिन भी ज्योति के माता-पिता उसे आहुति देने से बचा लिए । परंतु वे लोग ज्योति के बड़ी बहन को नहीं बचा पाते हैं क्योंकि वह उस रूम में अपने शरीर में आग लगा लेती है । इसके बाद ज्योति को अपनी बड़ी बहन की आत्मा दिखाई देने लगी थी । और बार-बार ज्योति को उस रूम की ओर आने के लिए पुकारती रहती थी । जिसके वजह से ही वे लोग शहर में शिफ्ट हो गए थे और इतने दिन बीत जाने के बावजूद भी वे लोग अपने पुश्तैनी हवेली नहीं लौटना चाहते थे । इसके बाद ज्योति के परिवार फिर से शहर शिफ्ट हो जाती है । 



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नोट : यह हांटेड हॉरर स्टोरी पूरी तरह से काल्पनिक है, इस हांटेड हॉरर स्टोरी का वास्तविक जीवन से कोई लेना-देना नहीं है, यह हांटेड हॉरर स्टोरी केवल मनोरंजन की दृष्टिकोण से ही बनाया गया है ।



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