चुड़ैल: Horror story in hindi - new horror story 2024
यह Horror story एक ऐसे चुड़ैल की है, जो वर्षों से बंद पड़े, पुल पर रहती थी । जो रात के समय उस फूल से गुजरने वाले लोगों को, मौत के घाट उतार देती थी, इन सारी बातों से अनजान,,
नताशा और विशाल बाइक से अलीगढ़ जा रहे होते हैं, परंतु उन लोगों को अलीगढ़ पहुंचने में काफी देर हो गई होती है । जिसके वजह से वे लोग शॉर्टकट लेकर, रामपुर हरि के हांटेड पुल से जाने का फैसला करते हैं । वैसे तो वे लोग रामपुर हरि के पुल पर रहने वाली, चुड़ैल के कहानियों से भली भांति परिचित थे परंतु फिर भी वे लोग उन सारी बातों को नजरअंदाज करते हुए, उस पुल से गुजर रहे होते हैं । तभी नताशा, विशाल को उस हांटेड पुल से गुजरने के लिए मना करती है । और विशाल से कहने लगती है, क्या तुम नहीं जानते हो, उसे पुल पर, एक शैतानी चुड़ैल रहती है । जो लोगों का शिकार करती है । नताशा जैसे ही इन बातों को कहती है, विशाल उसे कहने लगता है, तुम चुप ही रहो, क्या तुम्हें नहीं पता हम लोगों को जल्द से जल्द अलीगढ़ पहुंचनी है और अगर हम लोग, दूसरे रास्ते से जाएंगे तो, काफी देर हो जाएगी । नताशा और विशाल इतना बातचीत कर ही रहे होते तभी अचानक कोई औरत, उन लोगों के बाईक के सामने आ जाती है । जिसके वजह से विशाल हरबराहट में, अपनी गाड़ी रोकता है, परंतु जैसे ही वे लोग गौर से देखते हैं, उन लोगों को पता चलता है, उस औरत की पाव उल्टी है । इसका मतलब साफ होता है, वह औरत कोई और नहीं, हांटेड पुल की चुड़ैल होती है । नताशा और विशाल कुछ कह पाता इससे पहले ही, वह चुड़ैल एक भारी स्वर में कहती है । ‘क्या तुम्हें नहीं पता, इस फूल से गुजरने का, सिर्फ एक ही सजा है, वह है मौत’ । उस चुड़ैल का इतना बात सुनने के बाद सूरज और नताशा पूरी तरह से भय के, आक्रोश में डूब जाते हैं । तभी अचानक वह चुड़ैल अपना बाया हाथ उठाती है और उन लोगों की तरफ इशारा करती है, जिसके वजह से बाइक के साथ-साथ सूरज और नताशा दोनों हवा में तैरने लगते हैं । और वह चुड़ैल जैसे ही नदी की तरफ अपनी हाथ करती है, वे लोग नदी में गिर जाते हैं । नताशा और सूरज दोनों नदी की गहराई में डूबने लगते हैं, क्योंकि उन लोगों को तैरना नहीं आता था । जिसके वजह से, उन लोगों की डूबने के कारण मौत हो जाती हैं।
तभी हम देखते हैं उसी नदी से, एक नाव गुजर रही होती है । जिसमें तिन लोग बैठे होते हैं, एक नाविक और एक कपल होता है जिसका नाम आदित्य और माया होता है । आदित्य और माया भी उस पुल से गुजरने वाले होते हैं । परंतु ठीक समय पर, वह नाभिक उन लोगों को ऐसा करने से मना कर देता है, और उन लोगों को सलाह देता है कि, वह नाव से ही पुल के निचे से जाए नहीं तो, पुल की चुड़ैल उन लोगों को मौत के घाट उतार देगी । नाव धीरे-धीरे उस फूल की तरफ बढ़ रही होता है तभी, अचानक माया की नजर नदी के ऊपर तैर रही, दो लाशों पर पड़ती है । जिसे देखने के बाद माया काफी जोरों से चिखने लगती है । क्योंकि उन लाशों का, पूरा शरीर पानी के अंदर होता है और केवल सर पानी के ऊपर होता है । तभी नाविक आदित्य और माया को कहता है, यह उसी पुल वाली चुड़ैल का काम है, शायद इन लोगों ने भी उस हांटेड फुल से, रात में जाने की गलती की होगी । माया इतना ज्यादा डर चुकी थी कि, उसे नाभिक की कोई भी बात समझ नहीं आ रही थीं और बार-बार उन लाशों का चेहरा उसके नजरों के सामने आ जाती थी । वे लोग जैसे ही, पुल के ऊपर देखने की कोशिश करते हैं तो वे लोग देखते हैं पुल के कॉर्नर पर कोई बैठी होती है जिसकी परछाई साफ-साफ दिखाई दे रही होती है । उस परछाई को देखने के बाद भी, वह नाभिक नहीं डरता है । वह आदित्य और माया को भी, डरने से मना कर रहा होता हैं । क्योंकि उसे पता था, वह चुड़ैल पानी से जाने वाले लोगों को कोई भी नुकसान नहीं पहुंचती है । थोड़ी देर में ही वे लोग उस नदी के पार कर जाते हैं । इसके बाद माया और आदित्य अपने रूम की तरफ जाने लगते हैं । थोड़ी देर में ही आदित्य और माया, अपने रूम पर आ जाते हैं, इसके बाद वे लोग सोने के लिए चले जाते हैं, क्योंकि रात अधिक हो गई होती है । माया काफी देर तक वेड पर सोने की कशिश करती है, परंतु वह नहीं सो पाती है । क्योंकि बार-बार लाशों का चेहरा, उसके नजरों के सामने आ जाती थी । माया जब भी आंखें बंद करती वह चौंक कर उठ जाती थी । आदित्य का ध्यान जैसे ही माया की तरफ जाता है, वह देखता है माया अपनी पूरी ध्यान को केन्द्रित करके, पंखे की तरह देख रही होती है और कुछ सोच रही होती है । तभी आदित्य माया को कहता है, क्या हुआ माया, अभी तक सोई नहीं । आदित्य कई बार इस बात को दोहराता है परंतु माया कोई भी जवाब नहीं देती है । जिससे आदित्य उसके कंधे पर हाथ रखता है । माया उस स्पर्श की वजह से, काफी डर जाती है । क्योंकि माया का पूरा ध्यान अभी भी नदी में तैर रही लाशों पर होती है । इसके बाद माया आदित्य को बताती है, वह चाह कर भी उन लाशों के चेहरे को नहीं भूल पा रही है । इसके बाद आदित्य किसी प्रकार से माया को, सुला देता है । इसके कुछ देरो के बाद ही माया, एक बार फिर से चौंक कर उठ जाती है, माया का पूरा शरीर पसीने से भीगा होता है, क्योंकि माया ने अभी-अभी अपने सपने में उस शैतानी चुड़ैल को देखी है, जो उस हॉन्टेड पुल पर रहती है ।
चुड़ैल: Horror story in hindi - new horror story 2024
चुड़ैल: Horror story in hindi : यह डरावनी हॉरर स्टोरी, एक ऐसे चुड़ैल की है, जो वर्षों से बंद पड़े, पुल पर रहती थी । वैसे तो उस पुल से बड़ी गाड़ियां नहीं जाती थी, परंतु छोटे-मोटे साइकिल और बाइक उस पुल से कभी भार गुजरती थी, परंतु उन सभी के एक ही सजा मिलनी थी, वह थी मौत, और सुबह-सुबह, उन लोगों की लाश मिलती थी । परंतु इन सारी बातों से अंजनान माया और आदित्य, उस पूल से गुजरते है जिसके बाद, उन लोगों के साथ कुछ ऐसा होता है, जिससे उन लोगों की रूह काप जाती थी।
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चुड़ैल: Horror story in hindi |
नताशा और विशाल बाइक से अलीगढ़ जा रहे होते हैं, परंतु उन लोगों को अलीगढ़ पहुंचने में काफी देर हो गई होती है । जिसके वजह से वे लोग शॉर्टकट लेकर, रामपुर हरि के हांटेड पुल से जाने का फैसला करते हैं । वैसे तो वे लोग रामपुर हरि के पुल पर रहने वाली, चुड़ैल के कहानियों से भली भांति परिचित थे परंतु फिर भी वे लोग उन सारी बातों को नजरअंदाज करते हुए, उस पुल से गुजर रहे होते हैं । तभी नताशा, विशाल को उस हांटेड पुल से गुजरने के लिए मना करती है । और विशाल से कहने लगती है, क्या तुम नहीं जानते हो, उसे पुल पर, एक शैतानी चुड़ैल रहती है । जो लोगों का शिकार करती है । नताशा जैसे ही इन बातों को कहती है, विशाल उसे कहने लगता है, तुम चुप ही रहो, क्या तुम्हें नहीं पता हम लोगों को जल्द से जल्द अलीगढ़ पहुंचनी है और अगर हम लोग, दूसरे रास्ते से जाएंगे तो, काफी देर हो जाएगी । नताशा और विशाल इतना बातचीत कर ही रहे होते तभी अचानक कोई औरत, उन लोगों के बाईक के सामने आ जाती है । जिसके वजह से विशाल हरबराहट में, अपनी गाड़ी रोकता है, परंतु जैसे ही वे लोग गौर से देखते हैं, उन लोगों को पता चलता है, उस औरत की पाव उल्टी है । इसका मतलब साफ होता है, वह औरत कोई और नहीं, हांटेड पुल की चुड़ैल होती है । नताशा और विशाल कुछ कह पाता इससे पहले ही, वह चुड़ैल एक भारी स्वर में कहती है । ‘क्या तुम्हें नहीं पता, इस फूल से गुजरने का, सिर्फ एक ही सजा है, वह है मौत’ । उस चुड़ैल का इतना बात सुनने के बाद सूरज और नताशा पूरी तरह से भय के, आक्रोश में डूब जाते हैं । तभी अचानक वह चुड़ैल अपना बाया हाथ उठाती है और उन लोगों की तरफ इशारा करती है, जिसके वजह से बाइक के साथ-साथ सूरज और नताशा दोनों हवा में तैरने लगते हैं । और वह चुड़ैल जैसे ही नदी की तरफ अपनी हाथ करती है, वे लोग नदी में गिर जाते हैं । नताशा और सूरज दोनों नदी की गहराई में डूबने लगते हैं, क्योंकि उन लोगों को तैरना नहीं आता था । जिसके वजह से, उन लोगों की डूबने के कारण मौत हो जाती हैं।
तभी हम देखते हैं उसी नदी से, एक नाव गुजर रही होती है । जिसमें तिन लोग बैठे होते हैं, एक नाविक और एक कपल होता है जिसका नाम आदित्य और माया होता है । आदित्य और माया भी उस पुल से गुजरने वाले होते हैं । परंतु ठीक समय पर, वह नाभिक उन लोगों को ऐसा करने से मना कर देता है, और उन लोगों को सलाह देता है कि, वह नाव से ही पुल के निचे से जाए नहीं तो, पुल की चुड़ैल उन लोगों को मौत के घाट उतार देगी । नाव धीरे-धीरे उस फूल की तरफ बढ़ रही होता है तभी, अचानक माया की नजर नदी के ऊपर तैर रही, दो लाशों पर पड़ती है । जिसे देखने के बाद माया काफी जोरों से चिखने लगती है । क्योंकि उन लाशों का, पूरा शरीर पानी के अंदर होता है और केवल सर पानी के ऊपर होता है । तभी नाविक आदित्य और माया को कहता है, यह उसी पुल वाली चुड़ैल का काम है, शायद इन लोगों ने भी उस हांटेड फुल से, रात में जाने की गलती की होगी । माया इतना ज्यादा डर चुकी थी कि, उसे नाभिक की कोई भी बात समझ नहीं आ रही थीं और बार-बार उन लाशों का चेहरा उसके नजरों के सामने आ जाती थी । वे लोग जैसे ही, पुल के ऊपर देखने की कोशिश करते हैं तो वे लोग देखते हैं पुल के कॉर्नर पर कोई बैठी होती है जिसकी परछाई साफ-साफ दिखाई दे रही होती है । उस परछाई को देखने के बाद भी, वह नाभिक नहीं डरता है । वह आदित्य और माया को भी, डरने से मना कर रहा होता हैं । क्योंकि उसे पता था, वह चुड़ैल पानी से जाने वाले लोगों को कोई भी नुकसान नहीं पहुंचती है । थोड़ी देर में ही वे लोग उस नदी के पार कर जाते हैं । इसके बाद माया और आदित्य अपने रूम की तरफ जाने लगते हैं । थोड़ी देर में ही आदित्य और माया, अपने रूम पर आ जाते हैं, इसके बाद वे लोग सोने के लिए चले जाते हैं, क्योंकि रात अधिक हो गई होती है । माया काफी देर तक वेड पर सोने की कशिश करती है, परंतु वह नहीं सो पाती है । क्योंकि बार-बार लाशों का चेहरा, उसके नजरों के सामने आ जाती थी । माया जब भी आंखें बंद करती वह चौंक कर उठ जाती थी । आदित्य का ध्यान जैसे ही माया की तरफ जाता है, वह देखता है माया अपनी पूरी ध्यान को केन्द्रित करके, पंखे की तरह देख रही होती है और कुछ सोच रही होती है । तभी आदित्य माया को कहता है, क्या हुआ माया, अभी तक सोई नहीं । आदित्य कई बार इस बात को दोहराता है परंतु माया कोई भी जवाब नहीं देती है । जिससे आदित्य उसके कंधे पर हाथ रखता है । माया उस स्पर्श की वजह से, काफी डर जाती है । क्योंकि माया का पूरा ध्यान अभी भी नदी में तैर रही लाशों पर होती है । इसके बाद माया आदित्य को बताती है, वह चाह कर भी उन लाशों के चेहरे को नहीं भूल पा रही है । इसके बाद आदित्य किसी प्रकार से माया को, सुला देता है । इसके कुछ देरो के बाद ही माया, एक बार फिर से चौंक कर उठ जाती है, माया का पूरा शरीर पसीने से भीगा होता है, क्योंकि माया ने अभी-अभी अपने सपने में उस शैतानी चुड़ैल को देखी है, जो उस हॉन्टेड पुल पर रहती है ।
माया जैसे ही उठती है उस घर के बाहर से किसी कि हंसने की आवाज आती है । माया जब इस बारे में आदित्य को बताने की कोशिश करता है तो, उस पता चलता है, आदित्य उस कमरे में है ही नहीं । जिसे देखने के बाद, माया और ज्यादा डर जाती है । माया को लगता है, आदित्य घर के बाहर है, जो फोन पर किसी से बात कर रहा है, माया इस बात को सोचते हुए । घर से बाहर धीरे-धीरे निकलने लगती है । परंतु जैसे ही माया बाहर आती है, वह देखती है वहां पर एक सफेद साड़ी में, एक औरत खड़ी होती है, जो पुल की तरफ देख रही होती है । उस औरत को देखने के बाद, माया काफी डर जाती है, तभी वह औरत धीरे-धीरे पुल की तरफ बढ़ने लगती है जिसके बाद, माया अपने आप को रोक नहीं पाती है और उसे औरत के पीछे पीछे जाने लगती है । इसके कुछ क्षणों के बाद ही, माया उस हांटेड पुल पर पहुंच आ जाती है । तभी अचानक वह औरत, हवा में कहीं गायब हो जाती है, माया काफी देर तक उस औरत को इधर-उधर देखने की कोशिश करती है परंतु, जब उसे वहां पर वह औरत नहीं दिखाई देती है तो उसके पैरों तले जमीन खिसक जाती है, वह बुरी तरह से कांपने लगती है। उसे पूरी तरह से यकीन हो गया था की, आज उसकी मृत्यु तय है । तभी अचानक माया को अपने पीछे से किसी की हंसने की आवाज आने लगती है और एक भारी स्वर में आवाज आती है । तुमने भी इस पुल पर आने की गलती कर ही दी, इस गलती की बराबार सजा मिलेगी तुम्हें वह है मौत । माया जैसे ही उस डरावनी स्वर को सुनती है । वह वहीं पर बेहोश होकर गिरने वाली होती है, तभी आदित्य उसे रोड पर गिरने से बचा लेता है । क्योंकि आदित्य भी उसके पीछे-पीछे उसे पुल पर आ गया होता है ।
जैसे ही सुबह में, माया की आंख खुलती है, वह देखती है । वह अपने रूम में होती है और आदित्य उसके बगल में बैठा होता है । जिसके चेहरे पर डर साफ-साफ दिखाई दे रहा होता है । परंतु माया के मन में एक ही सवाल चल रहा था, आखिर वह आवाज किसकी थी । अगर वह आवाज उसे पुल की चुड़ैल की थी तो, उसे चुड़ैल ने उन लोगों को जिंदा कैसे छोड़ दिया ।
आप लोगों क्या लगता है दोस्तों उस पुल की चुड़ैल ने, माया और आदित्य को क्यों नहीं जान से मारा, कमेंट कर हमें जरूर बताएं, अगर आप इस स्टोरी का अगला पाठ भी चाहते हैं तो हमें कमेंट कर जरूर बताएं ।
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भय
नोट : यह डरावनी हॉरर स्टोरी पूरी तरह से काल्पनिक है इस डरावनी हॉरर स्टोरी का वास्तविक जीवन से कोई भी लेना-देना नहीं है इस डरावनी हॉरर स्टोरी को केवल और केवल मनोरंजन के दृष्टिकोण से बनाया गया है ।
जैसे ही सुबह में, माया की आंख खुलती है, वह देखती है । वह अपने रूम में होती है और आदित्य उसके बगल में बैठा होता है । जिसके चेहरे पर डर साफ-साफ दिखाई दे रहा होता है । परंतु माया के मन में एक ही सवाल चल रहा था, आखिर वह आवाज किसकी थी । अगर वह आवाज उसे पुल की चुड़ैल की थी तो, उसे चुड़ैल ने उन लोगों को जिंदा कैसे छोड़ दिया ।
आप लोगों क्या लगता है दोस्तों उस पुल की चुड़ैल ने, माया और आदित्य को क्यों नहीं जान से मारा, कमेंट कर हमें जरूर बताएं, अगर आप इस स्टोरी का अगला पाठ भी चाहते हैं तो हमें कमेंट कर जरूर बताएं ।
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