खुनी अंधेरी रात : Daravani horror story
खूनी अंधेरी रात की इस daravani horror story, में काले परछाई और शैतान के खौफनाक राज़ आपके रूह कपा देंगे। क्या आप डरने के लिए तैयार हैं?
खुनी अंधेरी रात : Daravani horror story
खुनी अंधेरी रात : Daravani horror story : एक डरावनी हॉरर स्टोरी रमेश और उसके बड़े भाई रोशन की है । रात के अंधेरे में, जब वे लोग अपने फसल में पानी देकर लौट रहे होते हैं । तभी थोड़ी देर के लिए वे लोग एक दूसरे के आगे पीछे हो जाते हैं । क्योंकि रमेश अपने साइकिल के साथ आगे आगे बढ़ रहा होता था । वही उसका बड़ा भाई उसके पीछे-पीछे पैदल ही आ रहा होता है तभी रोशन को ऐसा एहसास होता है । मानो कोई इसके पीछे हो, इसके बाद जब वह अचानक पीछे मुड़कर देखता है ।
![]() |
खुनी अंधेरी रात : Daravani horror story |
तो वहां पर कोई नहीं होता है । इसके बाद फिर से रौशन आगे की तरफ बढ़ाना शुरू कर देता है । परंतु जैसे ही रोशन आगे मुरता है । तो हम लोग देखते हैं की बाबुल के पेड़ पर एक काला साया उल्टा होकर लटका होता है । जो देखने में ऐसा लग रहा होता है, मानो। वह हवा में तैर रहा हो । रोशन इस बारे में अपने छोटे भाई रमेश को कुछ नहीं बताता है, क्योंकि वह जानता था, वह जैसे ही इस बारे में अपने छोटे भाई रमेश को बताएगा वह काफी घबरा जाएगा । रोशन किसी प्रकार से अपने डर को काबू करते हुए रमेश के पीछे-पीछे आ रहा होता है । परंतु वह काला साया रोशन का पीछा छोड़ने का नाम नहीं ले रहा होता है । वह काला साया कभी बबुल के पेड़ से आम के पेड़ पर चला जाता था । तो कभी अपने आप हवा में गायब हो जाता था । इन सभी बातों को रोशन देख रहा होता है। परंतु, किसी प्रकार से वह अपने डर पर काबू कर रहा होता है । परंतु रोशन का वह डर थोड़ी देर में घबराहट में बदल जाता है । क्योंकि वह काला साया रोशन पर अटैक कर देता है, जिसके वजह से वह वही पर बेहोश हो जाता है ।
दूसरी तरफ रोशन का छोटा भाई रमेश इस बात से अनजान होकर वह अपने मस्ती में आगे बढ़ रहा होता है तभी अचानक उसे ऐसा एहसास होता है उसका भाई पीछे छूट गया हो । जिसकी वजह से जब वह मुड़कर देखता है तो थोड़ी ही दूर पर वह काला साया उसे दिखाई देता है। वह सोचता है उसका बड़ा भाई रोशन किसी काम से वहां पर रुक गया होगा । जिसके वजह से वह वहीं पर रुक कर उसका इंतजार करने लगता है । रात में अधिक अंधेरा होने की वजह से वहां पर कुछ साफ-साफ नहीं दिखाई दे रहा था । जिसकी वजह से उस काला साया को देख रमेश धोखा खा जाता है । रमेश को उस चिज को लेकर वह ज्यादा शक भी नहीं करता, क्योंकि वह एक नास्तिक था । जिससे वह भूत और प्रेत जैसी चीजों पर भरोसा नहीं करता था । थोड़ी देर के बाद वह काला साया उसकी तरफ बढ़ना शुरू कर देता है । इसके बाद रमेश भी धीरे-धीरे बढ़ने लगता है वह सोचता है उसका बड़ा भाई रोशन के आने से पहले ही, वह अपने गांव के छोर तक पहुंच जाए । जिसके वजह से वह फिर से उस काला आया को अपना भाई समझ कर धीरे-धीरे आगे बढ़ने लगता है ।
कुछ दूर जाने के बाद है वह काला साया अपने आप रुक जाता है जिससे रमेश को गुस्सा भी आने लगता है । क्योंकि बार-बार वह काला साया बीच रास्ते में रुक जाता था । थोड़ी देर के इंतजार के बाद वह काला साया फिर से चलाना शुरु कर देता है । परंतु रमेश को भी अब थोड़ा-थोड़ा एहसास होने लगाता है वह उसका बड़ा भाई रोशन नहीं है कोई ओर हि है । क्योंकि उसकी चाल धाल में पूरी तरह से बदलाव आ गया था वह देखने में भी काफी बड़ा लग रहा था वैसे तो उसका बड़ा भाई नाटा था परंतु वह देखने में पूरी तरह से 7 फीट का आदमी लग रहा था । रमेश इतना सोच हि रहा होता तभी, उसका गांव आ जाता है । इसके बाद रमेश अपने गांव के मुहाने पर निकल करके अपने भाई का इंतजार करने लगता है परंतु काफी देर इंतजार करने के बाद भी वह काला साया बल्ब की रोशनी में नहीं आ रहा होता है । जिसके बाद रमेश का डर, अब विश्वास में बदल जाता है । इससे पहले रमेश कुछ सोच पता वह काला साया वहां से गायब हो जाता है । परंतु जैसे ही वह अचानक आगे की तरफ मुड़ता है तभी वह काला साया रमेश पर अटैक करके वहीं पर उसे बेहोश कर देता है ।।
यह हांटेड होरर स्टोरी भी जरूरत पढे
Post a Comment