bhoot Pret ki sacchi kahani : भूतिया हवेली
भूतिया हवेली, एक bhoot Pret ki sacchi kahani है । यह horror story, आपके रूह तक को कंपा देगी । अगर आप एक अच्छे हॉरर स्टोरी के तलाश में है तो इस स्टोरी को मिस ना करें ।
bhoot Pret ki sacchi kahani : भूतिया हवेली
bhoot Pret ki sacchi kahani : भूतिया हवेली : यह डरावनी हॉरर स्टोरी अभिषेक और उसके परिवार के लोगों कि हैं, अभिषेक कई सालों के बाद अपने पुश्तैनी हवेली लौटता है । तभी उन लोगों के साथ कुछ ऐसा होता है जिससे उन लोगों का वह सफर एक भयानक सपना बनकर रह जाता है ।
अभिषेक कई सालों के बाद अपने पुश्तैनी हवेली अपने परिवार के साथ जा रहा होता है । सभी लोग कार में बैठकर एंजॉय करते हुए अपने पुश्तैनी हवेली की ओर बढ़ रहे होते हैं । अभिषेक के परिवार में अभिषेक और उनकी पत्नी और दो बच्चे थे, ऋषभ और कार्तिक । वैसे तो अभिषेक कई सालों से अपने पुस्तैनी हवेली जाने का प्लान बना रहा होता है, परंतु हर बार किसी न किसी वजह से वे लोग अपने पुस्तैनी हवेली नहीं लौट पा रहे थे । परंतु फाइनली इस बार वे लोग अपने पुस्तैनी हवेली के लिए निकल जाते हैं । वे लोग अपना सफर अब खत्म करने ही वाले होते हैं तभी उन लोगों का गांव का सीमा शुरू हो जाता है और उन लोगों के साथ अजीब अजीब घटनाएं होना शुरू हो जाती है अचानक ही कार्तिक को कार के शीशे में किसी की परछाई नजर पड़ती है । जब वह पीछे मुड़कर देखता है तो वह काफी शौक रह जाता है, क्योंकि एक काला सेया उन लोगों के गाड़ी के पीछे-पीछे आ रहा होता है । और वह काला साया अचानक ही उनके गाड़ी के आगे से निकल जाता है । कार्तिक कुछ बोल पाता इससे पहले ही उन लोगों का गाड़ी अचानक से हि अपने आप बंद हो जाता है और बीच सड़क पर ही रुक जाती है । ऐसा पहली बार हुआ था कि अभिषेक का कार अचानक इस प्रकार से बंद हुआ होता है । थोड़ी देर के लिए तो वे लोग काफी घबरा जाते हैं, परंतु जब वे लोग चेक करते हैं तो पता चलता है कि कार काफी दूर का सफर तय करने के कारण, उसका इंजन गर्म हो गया होता है जिसके वजह से वह कार बंद पड़ जाता है । कार्तिक अपने पिता को उस काले साए के बारे में बताने ही वाला होता है, परंतु वह देखता है कि गाड़ी बंद होने के कारण उसके पिता पहले से ही काफी परेशान हो गए होते हैं जिसके वजह से वह चुपचाप रह जाता है । थोड़ी देर में ही उन लोगों की कार अपने आप ही ठीक हो जाती है जिसके बाद वे लोग फिर से अपना सफर शुरू करते हैं । थोड़ी देर के सफर के बाद वे लोग अपने पुश्तैनी हवेली पहुंच जाते हैं । अभिषेक के पत्नी और उनके बच्चे उस महल को देखने के बाद काफी शौक रह जाते हैं क्योंकि वह महल किसी राजमहल से कम नहीं था । परंतु की सालों से उस महल में किसी इंसान के नहीं रहने के कारण वह महल देखने में काफी भयावह हो गया होता है क्योंकि जगह-जगह पर पेड़ पौधे उग गए होते हैं और उस महल का पूरी तरह से कलर उड़ गया था, जिसकी वजह से वह देखने में किसी खंडहर से कम नहीं लग रहा होता है । उस पुश्तैनी हवेली को देखने के बाद सभी लोग काफी खुश होते परंतु अभिषेक उस हवेली को देखने के बाद थोड़ा झिझक रहा होता है ऐसा लग रहा था मानो, वह उस हवेली का कुछ ऐसा राज जान रहा हो जो उनके परिवार के लोगों को नहीं पता है । इसके बाद वे लोग उस महल के तरफ धीरे-धीरे बढना शुरू कर देते हैं । और जैसे ही उन लोगों ने अपना पैर उस घर के चौखट में रखते है अचानक उस महल के सभी कमरों का दरवाजा काफी जोरों से खुलने और बंद होने लगता है और साथ ही एक भयावा स्वर के साथ आवाज आती है “यह घर मेरा है चले जाओ, वरना मार जाओगे” ऐसा लग रहा था मानो कोई काली शक्ति उन लोगों के आने से खुश नहीं थी उस काली शक्ति से अनजान होते हुए अभिषेक के परिवार के लोग उस घर के अंदर दाखिला ले लेते हैं । थोड़ी देर में ही अंधेरा होने वाला होता है जिसकी वजह से वे लोग फैसला करते हैं कि, जहां पर उन लोगों को रहना है वह उस रूम को और वहां के कुछ हिस्सों को साफ करेंगे ।
इसके बाद वे लोग उस महल की एक छोटे से भाग को साफ सुथरा करना शुरू कर देते हैं । थोड़ी देर में ही अंधेरा हो जाती है । अंधेरा हो जाने के बाद वह महल देखने में और भी डरावना लग रहा होता । क्योंकि उसके आसपास कोई भी घर नहीं होता है जंगल के बिचो बिच में वह केवल एक महल होता है । रोशनी नहीं होने के कारण जल्दबाजी में वे लोग भोजन करके सोने चले जाते हैं । आधी रात में अचानक कार्तिक उठकर बैठ जाता है और एक रूम की तरफ काफी गौर से देखने लगता है । क्योंकि उसे उस रूम से अचानक किसी के पायल की छानकाहट की आवाज आने लगती है और साथ ही वह भयावाह स्वर उसे सुनाई देने लगता है “यहां से चले जाओ, यह घर मेरा है, वरना मारे जाओगे” । अचानक कार्तिक अपना आंख बंद करके उस रूम की तरफ बढ़ना शुरू कर देता है । वह धीरे-धीरे उस रूम की ओर बढ़ रहा होता है । थोड़ी देर में ही वह उस रूम के पास पहुंच जाता है तभी अचानक बिल्ली के आवाज के कारण कार्तिक के पिता अभिषेक की नींद खुल जाती है और वह देखता है कि कार्तिक नींद में ही एक कमरे की तरफ बढ़ रहा होता है । थोड़ी देर के लिए कार्तिक काफी हैरान हो जाता है और सोचने लगता है वह पुरानी सारी घटनाएं अब कैसे शुरू हो सकती है । उस काले साय को इस महल से गए हुए तो कई साल हो गए हैं । अभिषेक इतना सोच ही रहा होता तभी कार्तिक एक जगह पर जाकर रुक जाता है और अचानक काफी जोरों से चिखना शुरू कर देता है और वहां से वह भागना शुरू कर देता है । ऐसा लग रहा होता है कार्तिक ने वहां पर काफी डरावना कोई चीज देख लिया हो । कार्तिक का पिता भी उसकी तरफ दौड़ कर जाता है । परंतु कार्तिक को वहां पर कुछ नहीं दिखाई देता है जब कार्तिक अपने बेटे अभिषेक से डरने की वजह पूछता है, तो वह इतना डर चुका था कि वह कुछ बोल नहीं पाता है । परंतु कार्तिक के चेहरे की एक्सप्रेशन को देखकर, अभिषेक को यह तो साफ-साफ क्लियर हो गया था कि वह काला साया अभी भी इस महल से नहीं गया है और आज भी उन लोगों से बदला लेना का इंतजार कर रहा है । थोड़ी देर के बाद अभिषेक किसी प्रकार से कार्तिक को शांत करने का कोशिश करता है और फिर से सोने के लिए कहता है परंतु कार्तिक अभी भी इतना डरा होता है कि वह ठीक से सांस भी नहीं ले पा रहा था ।किसी प्रकार से अभिषेक और कार्तिक अपने परिवार के साथ वह रात गुज़ारता है सुबह होने के बाद सब कुछ नॉर्मल हो जाती है । परंतु अभिषेक और कार्तिक के मन का डर अभी भी नहीं गया होता है । जिसके वजह से वे लोग फैसला करते हैं कि आज हि वे लोग शहर के लिए निकल जाएंगे परंतु जब वे लोग अपने कार को स्टार्ट करते हैं तो वह पहले से ही खराब हो चुका था और स्टार्ट भी नहीं होती है । जिसके वजह से उन लोगों को एक रात और उस महल में काटनी पड़ती है । सूरज ढलने के बाद फिर से वह सारी घटनाएं होनी शुरू हो जाती है । और जैसे ही घड़ी की सुई की कांटे रात के 12:00 बजे पहुंचती है अचानक फिर से कार्तिक को वह सारी आवाज महसूस होने लगती है । और वह फिर से वह एक बार उठकर अपने बिस्तर पर बैठ जाता है । विस्तार से उठने के बाद अचानक ही उसे सामने एक काला साया दिखाई देता है, वह काला साया अचानक ही वहां से हवा में गायब हो जाता है । काले साये के गायब होने के बाद ही कार्तिक अजीबोगरीब व्यवहार करना शुरू कर देता है वह वहां से उठकर फिर से उस रूम की तरफ जाना शुरू कर देता है परंतु इस बार उसके चलने का तरीका पूरी तरह से बदल चुका था ऐसा लग रहा था मानो कोई शैतानी शक्ति ने उसके शरीर पर कब्जा कर लिया हो और वह शैतानी शक्ति उस उस रूम में लेकर जा रही हो । रूम के सामने जाने के बाद ही अचानक वह दरवाजा खुल जाता है और कार्तिक उस रूम के अंदर चला जाता है । कार्तिक के अंदर जाते हि वह दरवाजा काफी जोड़ों के साथ बंद हो जाता है । दरवाजा बंद होने का आवाज सुनकर कार्तिक के परिवार के लोगों का नींद खुल जाता है । जब वे लोग उठते हैं तो देखते हैं कि कार्तिक वहां पर नहीं होता है जिससे वे लोग काफी घबरा जाते हैं और कार्तिक को ढूंढना शुरू कर देते हैं । जब कार्तिक वहां पर नहीं मिलता है तो वे लोग उस बंद पड़े रूम के अंदर जाने का फैसला करते हैं ।
काफी देर तक वे लोग उस रूम का दरवाजा खोलने का कोशिश करते हैं, परंतु वह दरवाजा नहीं खुलता है । परंतु जैसे ही वे लोग थक हार कर बैठ जाते हैं अचानक एक भारी आवाज के साथ वह दरवाजा खुलता है, और वे लोग देखते हैं कि कार्तिक अब पूरी तरह से बदल चुका है उसके चलने और बोलने का तरीका पूरी तरह से भयावाह ह़ो चुका है । वह बार-बार एक बात को दोहरा रहा होता है “यहां से चले जाओ, यह मेरा घर है, वरना मारे जाओगे” । अभिषेक समझ चुका था कि वह काला साया अभी तक इस महल से नहीं गया है और उस साये ने कार्तिक के ऊपर कब्जा कर लिया है । उस काले साये की वजह से ही अभिषेक ने उस घर को छोड़ा था । इसके बाद अचानक ही कार्तिक उन लोगों पर अटैक करना शुरू कर देता है और बार-बार उस बात को दोहराने लगता है । कार्तिक के परिवार के लोग वहां से भागना शुरू कर देते हैं और कार्तिक भी उनके पीछे-पीछे भागना शुरू कर देता है, ऐसा लग रहा था मानो कार्तिक उन लोगों के खून के प्यास बन गया हो । और वह शैतानी शक्ति कार्तिक पर पूरी तरह से कब्जा कर लिया हो । कुछ अनहोनी हो पाती इससे पहले ही सूरज निकलना शुरू हो जाता है जिसकी वजह से वहां पर सब कुछ नॉर्मल हो जाता है और वे लोग कार्तिक को लेकर उस शैतानी महल से निकल जाते हैं ।
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यह डरावनी हॉरर स्टोरी पूरी तरह से काल्पनिक है इस डरावनी हॉरर स्टोरी का वास्तविक जीवन से कोई भी लेना-देना नहीं है । कृपया कर इस डरावनी हॉरर स्टोरी को मनोरंजन के दृष्टिकोण से ही पढ़ें।
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