Best Ghost Stories in Hindi : मौत का राज


Best Ghost Stories in Hindi : मौत का राज 

Best Ghost Stories in Hindi : मौत का राज : अंधेरी रात में शुभम और साहिल भूतिया खंडहर जा रहे होते हैं क्योंकि शुभम और साहिल कभी भी भूत और प्रेत जैसी चीजों पर विश्वास नहीं करते थे । जिसके वजह से वे लोग हमेशा हॉन्टेड जगह पर जाना पसंद करते थे वैसे तो शुभम और साहिल अभी स्कूल में ही पढ़ रहे होते हैं । लेकिन अपने दोस्तों में सबसे निडर होने के कारण उनके ग्रुप में एक अलग ही पहचान थी । उनके ग्रुप में जितने भी लड़के हॉन्टेड पेड़ या भूतिया खंडहर के बारे में जानते थे वे लोग शुभम और साहिल को उस बारे में बताते थे इसके बाद शुभम और साहिल उस भूतिया खंडहर में जाते थे । भूत प्रेत से नहीं डरने के कारण वे लोग अपने स्कूल में सबसे पॉपुलर लड़के बन गए थे जहां पर उनके दोस्त भूतों की कहानी सुनकर ही अपने घर से निकलना छोड़ देते थे वहीं पर शुभम और साहिल हॉन्टेड जगह के बारे में पता लगाकर वहां पर घूमते रहते थे । एक दिन जब उन लोगों का दोस्त रौशन अपने गांव से एक भूतिया खंडहर के बारे में जानकर आता है और वह इस बारे में शुभम और साहिल को बतलाता है ।



Best Ghost Stories in Hindi : मौत का राज

Best Ghost Stories in Hindi : मौत का राज



तो शुभम और साहिल उस खंडहर में जाने के लिए तैयार हो जाते हैं । क्योंकि उसी खंडहर में हाल फिलहाल में ही रोशन के गांव के लगभग एक दर्जन से ज्यादा लोग अजीबो-गरीब तरिको से गायब हो गए थे । इसके बाद जब शुभम और साहिल को इस बारे में पता चलता है तो वह लोग उस खंडहर में जाने का फैसला करते हैं परंतु इस बार उनके दोस्त भी वहां पर जाने से उन्हें मना कर रहे थे । क्योंकि हाल फिलहाल में हुए घटनाओं के कारण वह जगह और भी ज्यादा हांटेड हो गया था परंतु, शुभम और साहिल उन लोगों का बात नहीं मानते हैं और उस खंडहर में जाने का फैसला कर लेते है इसके बाद स्कूल का छुट्टी होते ही शुभम और साहिल अपने घर के लिए निकल जाते हैं साथ ही साथ एक फैसला भी करते हैं कि आज ही की रात वे लोग उस भूतिया खंडहर के पास जाएंगे ।

वहां पर जाने के लिए शुभम और साहिल दोनों तैयार हो जाते हैं । इसके बाद जैसे ही घड़ी का सुई रात के नो पर जाता है । वे लोग अपने-अपने घर से निकल जाते हैं । घर से निकलने के बाद ही उनके गांव के कुत्ते काफी जोरों से भोकने लगते हैं मानो वह उन दोनों से उस जगह पर जाने से मना कर रहे हो परंतु, फिर भी वे लोग उस बात पर ध्यान नहीं देते हैं। इसके बाद कुछ ही समय के बाद हि वे लोग अपने गांव के एक पीपल के पेड़ के पास पहुंच जाते हैं कुछ समय के लिए वे लोग वहीं पर बैठ जाते हैं । रोशन के घर कैसे जाना है वो लोग सोच ही रहे होते हैं तभी, अचानक पास ही के झारी में काफी जोरों से कोई चीज गुजरती है । परंतु फिर भी वे लोग उस चीज पर ज्यादा ध्यान नहीं देते हैं कुछ समय के बाद उस खंडहर में जाने के लिए वे लोग पूरी प्लानिंग बना लेते हैं इसके बाद वे लोग अपना सफर शुरू कर देते हैं । सफर शुरू करने के कुछ समय के बाद ही शुभम को ऐसा एहसास होता है मानो कोई साया उसके पीछे-पीछे आ रही हो । परंतु जब शुभम अचानक पीछे घूम कर देखता है तो, वहां पर कोई नहीं होता है । जिस पर वह सोचता है वह केवल उसके मान का भ्रम है इसके बाद वह फिर से अपने सफ़र को जारी रखता है कुछ पलों के बाद ही वे लोग उस खंडहर के पास पहुंच जाते हैं खंडहर के अंदर जाने से पहले ही वे लोग कुछ देर तक उस खंडहर को चारों तरफ से देखते हैं परंतु, वहां पर उन लोगों को सब कुछ नॉर्मल लगता है जिसके वजह से वो लोग बिना कुछ सोचे समझे उस खंडहर में प्रवेश कर जाते हैं खंडहर में प्रवेश करते हि एक हवा का झटका काफी तेजी से उठता है ऐसा लग रहा होता है मानो प्रकृति भी उसे उस खंडहर में जाने से मना कर रहा हो परंतु फिर भी वे लोग अपने सफ़र को जारी रखते हैं और जब वह लोग उस खंडहर के बीचो-बीच पहुंच जाते हैं तो देखते हैं कि चारों तरफ केवल और केवल धूल मिट्टी सभी सामानों पर पड़ी होती है । तभी अचानक उन लोगों का ध्यान नीचे पड़े कंकाल पर पड़ती है जिसे देखने के बाद उन लोगों का चेहरे का रंग पूरी तरह से उड़ जाता है । वे लोग कंकाल को देखने के बाद बुरी तरह से डर चुके थे परंतु फिर भी वे सोचते हैं कि हो सकता है कोई जानवर इन कंकालों को खींचकर यहां पर लाया होगा ।


इसके बाद अचानक उन लोगों का ध्यान एक बंद परे कमरे पर जाता है जिस पर एक ताला लगा हुआ होता है और उस ताले पर लाल कपड़ा लपेटा हुआ होता है । इसके बाद वे लोग एक पत्थर की मदद से उस ताले को तोड़ते हैं । ताला टुटते हि उस जगह‌ पर काफी जोरों से आंधी बहाना शुरू हो जाती है ऐसा लगता है मानो किसी प्रकार का कोई अनहोनी हो चुकी हो उन लोगों के हाथों से । परंतु वो लोग सोचते हैं यह सब एक नॉर्मल घटना है क्योंकि जंगल में हमेशा हवा बहती ही रहती है । परंतु कुछ क्षणों में उन लोगों का यह सोच डर में बदल जाता है । क्योंकि ताला टूटने के बाद ही उन लोगों ऐसा एहसास होता है मानो उस घर से कोई बुरी चीज आजाद हो गया हो । ऐसा लगता है मानो कोई बुरी आत्मा को उस रूम के अंदर कैद करके रखा गया था परंतु इन लोगों की गलती की वजह से वह आत्मा आजाद हो चुकी है । थोड़ी देर में ही उस खंडहर के गेट से उन लोगों को अजीब अजीब सी आवाज आने लगती है मानो ऐसा लग रहा था कई सारी औरतें चिल्ला रही हो चिल्लाने के साथ-साथ रोने और हंसने की आवाज आ रही थी । आवाज को सुनने के बाद शुभम और साहिल दोनों का, डर के मारे बुरा हाल हो जाता है । वे लोग डर के मारे उस रूम के अंदर चले जाते हैं जिस रूम से वो आत्माएं आजाद हुई थी । अंदर जाने के बाद वे लोग एक कोने में डूबकर बैठ जाते हैं । परंतु फिर भी उन लोगों को ऐसा एहसास हो रहा था । मानो वह औरतें उन्हीं की तरफ आ रही हो । अचानक वह आवाज आना बंद हो जाती है । कुछ पलों के बाद शुभम उस कैमरा से निकलने के जैसे ही गेट पर आता है अचानक कोई अदृश्य शक्ति उसे अपनी तरफ खींच लेता है इसके साथ ही काफी जोड़ों से उन औरतों की हंसने की आवाज फिर से आनी शुरू हो जाती है । ऐसा लग रहा होता है मानो वह औरतें अब साहिल का इंतजार उस गेट पर कर रही हो ।

परंतु साहिल उस कमरे के कोने से हील भी नहीं पा रहा था है । परंतु किसी प्रकार से वह हिम्मत जूटाकर जब उस कमरे के गेट पर पहुंचता है । कमरे के गेट पर पहुंचने के बाद उसकी आंखें फटी की फटी रह जाती है क्योंकि उस कमरे से कुछ ही दूरी पर शुभम की लाश पड़ी होती है ऐसा लग रहा होता है मानो कई सारे जानवरों ने मिलकर उसे नोच नोच कर मार डाला हो l इसके बाद यह सब देखने के बाद साहिल वहीं पर बेहोश हो जाता है सुबह होने पर जब लोग वहां से गुजरते हैं तो साहिल को बेहोश देख वहां से उसे उठाकर लाते हैं परंतु साहिल को उस घर में क्या हुआ था कूच भी याद नहीं होता है । इसके साथ ही शुभम का कोई पता नहीं चल पाता है । आखिर शुभम के साथ क्या हुआ वह राज शुभम के साथ साहिल के यादों के साथ दफन हो जाती है ।

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नोट : यह स्टोरी केवल मनोरंजन के दृष्टिकौण से बनाया गया है, इस स्टोरी का वास्तविक जीवन से कोई लेना देना नहीं है ll

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